वाशिंगटन. अमेरिकी विदेश विभाग ने मिसाइल प्रतिबंध कानूनों के तहत पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आपूर्ति करने के लिए चीन स्थित फर्मों पर गुरुवार को प्रतिबंध लगा दिए.
विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक प्रेस बयान में कहा, ‘‘विदेश विभाग बैलिस्टिक मिसाइलों और नियंत्रित मिसाइल उपकरण और प्रौद्योगिकी के प्रसार में शामिल पांच संस्थाओं और एक व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. विशेष रूप से, विदेश विभाग कार्यकारी आदेश 13382 के अनुसार बीजिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑटोमेशन फॉर मशीन बिल्डिंग इंडस्ट्री (आरआईएएमबी) को नामित कर रहा है, जो सामूहिक विनाश के हथियारों और उनके वितरण के साधनों के प्रसारकों को लक्षित करता है.’’
उल्लेखनीय रूप से, आरआईएएमबी ने पाकिस्तान के राष्ट्रीय विकास परिसर के साथ काम किया है, जिसके बारे में संयुक्त राज्य अमेरिका का मानना है कि वह पाकिस्तान की लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों के विकास और उत्पादन में शामिल है.
प्रेस वक्तव्य में आगे कहा गया, ‘‘इसके अतिरिक्त, संयुक्त राज्य अमेरिका मिसाइल प्रतिबंध कानूनों (अर्थात् शस्त्र निर्यात नियंत्रण अधिनियम, और निर्यात नियंत्रण सुधार अधिनियम) के तहत तीन पीआरसी -आधारित संस्थाओं, एक पीआरसी व्यक्ति और बैलिस्टिक मिसाइल प्रसार गतिविधियों के लिए एक पाकिस्तानी संस्था पर प्रतिबंध लगा रहा है - पीआरसी-आधारित फर्म हुबेई हुआचांगडा इंटेलिजेंट इक्विपमेंट कंपनी, यूनिवर्सल एंटरप्राइज लिमिटेड और शीआन लोंगडे टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड (उर्फ लोंटेक), पीआरसी व्यक्ति लुओ डोंगमेई (उर्फ स्टीड लुओ) और पाकिस्तानी-आधारित संस्था इनोवेटिव इक्विपमेंट है.’’
विदेश विभाग के प्रवक्ता ने आगे कहा कि अमेरिका प्रसार और संबंधित खरीद गतिविधियों के खिलाफ ‘कार्रवाई करना जारी रखेगा’, चाहे वे कहीं भी हों. उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘ये प्रतिबंध इसलिए लगाए जा रहे हैं क्योंकि इन संस्थाओं और व्यक्तियों ने जानबूझकर मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) अनुलग्नक के तहत नियंत्रित उपकरण और प्रौद्योगिकी को एमटीसीआर श्रेणी प्रथम मिसाइल कार्यक्रमों के समर्थन में एक गैर-एमटीसीआर देश को हस्तांतरित किया.’’
अमेरिका ने पहले भी सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसारकों और उनके वितरण के साधनों को लक्षित करने वाली चार संस्थाओं को नामित किया था. इन संस्थाओं ने भी पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को मिसाइल-लागू वस्तुओं की आपूर्ति की थी, जिसमें इसकी लंबी दूरी की मिसाइल कार्यक्रम भी शामिल है. इन संस्थाओं में बेलारूस स्थित मिन्स्क व्हील ट्रैक्टर प्लांट शामिल है, जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए विशेष वाहन चेसिस की आपूर्ति करने का काम किया है.
इसने आगे तीन चीनी संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाए, जिनमें शीआन लोंगडे टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड, टियांजिन क्रिएटिव सोर्स इंटरनेशनल ट्रेड कंपनी लिमिटेड और ग्रैनपेक्ट कंपनी लिमिटेड शामिल हैं. पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के आपूर्तिकर्ताओं पर अमेरिका द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने पर जोर देते हुए, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने अप्रैल में कहा था, ‘‘हम प्रसार नेटवर्क और सामूहिक विनाश के हथियारों की खरीद गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करना जारी रखेंगे, चाहे वे कहीं भी हों... मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि मोटे तौर पर, हम ईरान के साथ व्यापारिक सौदों पर विचार करने वाले किसी भी व्यक्ति को प्रतिबंधों के संभावित जोखिम के बारे में जागरूक होने की सलाह देते हैं. लेकिन अंततः, पाकिस्तान की सरकार अपनी विदेश नीति के बारे में खुद ही बात कर सकती है.’’
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