न्यूयॉर्क।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र के उद्घाटन दिवस पर अपने भाषण में गाजा युद्ध को तुरंत समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया। जबकि उन्हें भाषण के लिए केवल 15 मिनट का समय दिया गया था, ट्रंप ने लगभग एक घंटे तक विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अपनी राय रखी।
अपने भाषण में ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र की आलोचना करते हुए कहा कि संगठन कड़े बयान तो देता है, लेकिन उन पर पर्याप्त कार्रवाई नहीं करता। उन्होंने दुनिया भर में सात युद्धों को रोकने का दावा करते हुए कहा कि इसके लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए।
गाजा और इज़राइल-हमास संघर्ष पर ट्रंप ने कहा, “मुझे अब गाजा में युद्ध रोकना होगा। हमें इसे रोकना होगा। हमें शांति वार्ता करनी होगी। हमें बंधकों को वापस लाना होगा। हम सभी 20 बंधकों को ज़िंदा वापस चाहते हैं और 38 शव भी।” ट्रंप ने यह भी कहा कि युद्ध इसलिए नहीं रुका क्योंकि हमास ने युद्धविराम प्रस्ताव को अस्वीकार किया।
इसके अलावा, उन्होंने पश्चिमी देशों द्वारा फिलिस्तीन को मान्यता दिए जाने पर भी टिप्पणी की और कहा कि जिन देशों ने ऐसा किया, उन्होंने हमास को पुरस्कृत किया है।
अपने भाषण में ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध, जलवायु परिवर्तन, और वैश्विक सुरक्षा जैसे अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने दुनिया से युद्धविराम और शांति प्रयासों को तेज़ करने की अपील की।
ट्रंप का यह भाषण कई मायनों में विवादित और विचारणीय रहा, क्योंकि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के ढांचे, विश्व राजनीति और मध्य पूर्व की संवेदनशील स्थिति पर स्पष्ट रुख अपनाया। उनके इस आह्वान ने गाजा युद्ध पर वैश्विक ध्यान फिर से केंद्रित कर दिया।