आतंकियों को पनाह देने के बजाय पाकिस्तान को अर्थव्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए : भारत

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 24-09-2025
Pakistan should focus on economy instead of harbouring terrorists: India
Pakistan should focus on economy instead of harbouring terrorists: India

 

जिनेवा

भारत ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में कहा है कि पाकिस्तान को आतंकवादियों को पनाह देने और अपने ही लोगों पर बमबारी करने के बजाय अपनी अर्थव्यवस्था को मज़बूत करने और मानवाधिकार रिकॉर्ड में सुधार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। यह बयान इस सप्ताह खैबर पख्तूनख्वा में हुए एक विस्फोट में 24 लोगों की मौत के संदर्भ में दिया गया था।

जिनेवा में भारत के स्थायी मिशन के काउंसलर क्षितिज त्यागी ने मंगलवार को UNHRC के 60वें नियमित सत्र में बोलते हुए पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का प्रतिनिधिमंडल "इस मंच का दुरुपयोग भारत के खिलाफ निराधार और भड़काऊ बयान देने के लिए कर रहा है।"

त्यागी ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) का जिक्र करते हुए पाकिस्तान से कहा कि वह "अपने अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली करे।" उन्होंने कहा, "हमारे क्षेत्र पर लालच करने के बजाय, उनके लिए यह बेहतर होगा कि वे अपने अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली कर दें।"

"अर्थव्यवस्था जीवन रक्षक प्रणाली पर है"

त्यागी ने खैबर पख्तूनख्वा की घटना का सीधा उल्लेख किए बिना कहा कि पाकिस्तान को अपनी अर्थव्यवस्था और मानवाधिकार रिकॉर्ड पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा, "एक ऐसी अर्थव्यवस्था को बचाने पर ध्यान दें जो जीवन रक्षक प्रणाली पर है, एक ऐसी राजनीति जो सैन्य प्रभुत्व से मूक हो चुकी है, और एक मानवाधिकार रिकॉर्ड जो उत्पीड़न से दागदार है। शायद जब उन्हें आतंकवाद का निर्यात करने, संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों को पनाह देने और अपने ही लोगों पर बमबारी करने से समय मिले, तो वे इन पर ध्यान दे सकेंगे।"

खैबर पख्तूनख्वा की घटना

सोमवार को खैबर जिले के तिराह घाटी के मातुर दारा इलाके में प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) समूह के एक परिसर में बम बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री में विस्फोट हो गया था। इस घटना में 10 नागरिकों और 14 आतंकवादियों की मौत हो गई थी। हालांकि, इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की प्रांतीय शाखा और स्थानीय निवासियों ने दावा किया कि तिराह घाटी में "जेट बमबारी" के कारण विस्फोट हुआ। स्थानीय प्रशासन ने इन हवाई हमलों के दावों को खारिज करते हुए कहा कि बम बनाने में इस्तेमाल होने वाले विस्फोटक ही फट गए थे।