युद्धविराम प्रस्ताव पर ट्रंप का दबाव: हमास के सामने संकट

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 01-10-2025
Trump exerts pressure on Hamas regarding ceasefire proposal: Crisis looms for Hamas
Trump exerts pressure on Hamas regarding ceasefire proposal: Crisis looms for Hamas

 

वॉशिंगटन

गाज़ा पट्टी पर नियंत्रण रखने वाले सशस्त्र राजनीतिक समूह हमास पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए युद्धविराम प्रस्ताव को लेकर गंभीर दबाव बन गया है। ट्रंप ने हमास को इस प्रस्ताव पर स्पष्ट प्रतिक्रिया देने के लिए 3 से 4 दिन की निर्धारित समय सीमा दी है।

कठोर चेतावनी: “बहुत दुखद परिणाम” होंगे

ट्रंप ने साफ कहा है कि यदि हमास इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करता, तो उसे "बहुत दुखद परिणाम" भुगतने होंगे। यह बयान समूह पर राजनयिक और सामरिक दोनों तरह का दबाव बढ़ा रहा है।

ट्रंप का युद्धविराम प्रस्ताव: प्रमुख बिंदु

सोमवार, 29 सितंबर को व्हाइट हाउस में इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मुलाकात के बाद, ट्रंप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उन्होंने गाजा संकट को समाप्त करने के लिए एक 20 सूत्री युद्धविराम योजना तैयार की है। इस योजना को सभी संबंधित पक्षों को भेजा गया है।

इस प्रस्ताव में हमास से हथियार डालने, और गाज़ा में बंधक बनाए गए सभी इजरायली नागरिकों की तत्काल रिहाई की मांग शामिल है।

इस योजना में ट्रंप ने पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर को उप-प्रधानमंत्री के रूप में गाजा प्रशासन में शामिल करने का सुझाव भी दिया है, जिसे लेकर राजनीतिक विश्लेषकों में भी सवाल उठ रहे हैं।

हमास की आपत्ति और स्थिति

हमास ने पहले भी कई बार हथियार डालने की मांगों को सिरे से खारिज किया है और इस बार भी वह इस मुद्दे पर समझौते के लिए तैयार नहीं दिखता।साथ ही, इस प्रस्ताव के निर्माण में हमास को शामिल नहीं किया गया था—ना ही किसी वार्ता, ना ही किसी बैठक में। इसलिए इस प्रस्ताव की विश्वसनीयता और निष्पक्षता पर भी प्रश्न उठ रहे हैं।

मध्यस्थ देशों के जरिए प्रस्ताव सौंपा गया

व्हाइट हाउस के अधिकारियों के अनुसार, यह प्रस्ताव मिस्र और कतर के माध्यम से हमास को भेजा गया है, जो कि इस संघर्ष के दो मुख्य मध्यस्थ भी हैं। लेकिन ट्रंप द्वारा दी गई समय सीमा इतनी कम है कि हमास के पास प्रस्ताव का गहराई से विश्लेषण करने और जवाब देने के लिए समय बेहद सीमित है।

फिलिस्तीनी और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं

  • फिलिस्तीनी प्राधिकरण ने ट्रंप की शांति पहल का स्वागत किया है।

  • फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया है, लेकिन साथ ही दो-राज्य समाधान की आवश्यकता पर बल दिया है।

ट्रंप का अंतिम संदेश

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार द्वारा पूछे जाने पर कि क्या प्रस्ताव पर आगे और बातचीत की संभावना है, ट्रंप ने संक्षेप में कहा:"ज़्यादा संभावना नहीं है।"इस बयान ने स्पष्ट संकेत दिया कि ट्रंप इस प्रस्ताव को अंतिम रूप मानते हैं और अब गेंद हमास के पाले में है।