वॉशिंगटन
विश्व उइगर कांग्रेस (WUC) ने अपना मासिक ब्रीफ जारी किया है, जिसमें चीन द्वारा पूर्वी तुर्किस्तान (शिनजियांग) में उइगरों पर जारी अत्याचारों का मुद्दा उठाने के लिए किए गए वैश्विक प्रयासों, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिले समर्थन और कैंपेन में दर्ज हुई महत्वपूर्ण प्रगति को रेखांकित किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, महीने की शुरुआत 12 नवंबर को पूर्वी तुर्किस्तान राष्ट्रीय दिवस के साथ हुई, जिसने उइगर समुदाय के संघर्ष और दृढ़ता को पुनः स्थापित किया। इसी महीने WUC ने इंटरनेशनल उइगर वीमेन डायलॉग का आयोजन कर वैश्विक आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी को एक नया मुकाम दिया।
एक महत्वपूर्ण पहल के तहत WUC का एक प्रतिनिधिमंडल ब्राज़ील गया और COP30 में भाग लेने वाला पहला उइगर संगठन बना। सम्मेलन में प्रतिनिधियों ने उइगरों के बलपूर्वक श्रम, पर्यावरण विनाश और न्यायपूर्ण ऊर्जा संक्रमण (just transition) के तहत मानवाधिकार मुद्दों को उठाया।इस भागीदारी ने जलवायु न्याय और मानवाधिकार उल्लंघनों के बीच गहरे संबंधों को उजागर किया।
एशिया और यूरोप में भी WUC की पैरवी तेज़ रही। जापान में, WUC के अध्यक्ष तुर्गुंजान अलाउदुन और पूर्व अध्यक्ष दोलकुन ईसा ने जापान उइगर संसदीय संघ की महासभा में भाग लिया।
अध्यक्ष केइजी फुरूया सहित 30 से अधिक सांसदों ने वहाँ उइगर फोर्स्ड लेबर प्रिवेंशन एक्ट के जापानी संस्करण को लागू करने पर चर्चा की, ताकि पूर्वी तुर्किस्तान में जबरन श्रम से जुड़े आयातों पर रोक लगाई जा सके। जापान के प्रमुख दैनिक सांकई शिम्बुन ने इस मुद्दे पर विस्तृत रिपोर्टिंग कर सरकार के बढ़ते संकल्प को दर्शाया।
संयुक्त राष्ट्र में, WUC की उपाध्यक्ष जुमरते अरकिं ने यूएन बिजनेस एंड ह्यूमन राइट्स फोरम तथा यूएन फोरम ऑन माइनोरिटी इश्यूज़ में कई हस्तक्षेप किए और चीन द्वारा उइगरों के खिलाफ की जा रही दमनकारी नीतियों और ट्रांसनेशनल रेप्रेशन को उजागर किया।चीनी प्रतिनिधियों द्वारा बार-बार उन्हें रोकने की कोशिशों के बावजूद, उनके वक्तव्य और अधिक समर्थन और ध्यान का केंद्र बने।
इसके अलावा, WUC ने डोंट फंड रशियन आर्मी (DFRA) के साथ मिलकर स्पेन की राष्ट्रीय अदालत में हुआवेई, हिकविज़न और दाहुआ के खिलाफ मुकदमा दायर किया है, जिन पर उइगरों की सामूहिक निगरानी में चीन की सहायता करने का आरोप है।
महीने का समापन उइगर पक्षकारों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतीकात्मक जीत के साथ हुआ: इटली में चीन के टोमैटो पेस्ट निर्यात में 76% की गिरावट, जो ज़बरन श्रम से जुड़े सप्लाई चेन के खिलाफ वैश्विक प्रतिरोध के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।