इस्लामाबाद. पाकिस्तान ने बढ़ते आयात के कारण अमेरिकी डॉलर के मुकाबले देश की मुद्रा की रिकॉर्ड गिरावट और घटते विदेशी मुद्रा भंडार के बीच ‘आपातकालीन आर्थिक योजना’ के तहत 38 गैर-आवश्यक लग्जरी वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि इस फैसले से देश की बहुमूल्य विदेशी मुद्रा की बचत होगी. शरीफ ने ट्वीट किया, ‘‘लग्जरी वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध लगाने के मेरे फैसले से देश की कीमती विदेशी मुद्रा की बचत होगी. हम तपस्या करेंगे और आर्थिक रूप से मजबूत लोगों को इस प्रयास में नेतृत्व करना चाहिए ताकि हमारे बीच कम विशेषाधिकार प्राप्त लोगों को पीटीआई सरकार द्वारा उन पर लगाए गए इस बोझ को वहन न करना पड़े.’’ पाकिस्तान की मुद्रा बुधवार को अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गई, क्योंकि इस्लामाबाद के इतिहास में पहली बार अमेरिकी डॉलर खुले बाजार में पाकिस्तानी रुपया 200 बेंचमार्क से आगे निकल गया.
पाकिस्तान के सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने गुरुवार को इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रतिबंध की घोषणा की. उन्होंने कहा कि शहबाज पाकिस्तान की ‘अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए दिन-रात काम कर रहे थे’ और सभी गैर-जरूरी विलासिता की वस्तुओं के आयात पर यह प्रतिबंध उसी के लिए लगाया गया था.
उन्होंने कहा, ‘‘ये आइटम वे हैं जो आम जनता के उपयोग में नहीं हैं.’’ उन्होंने आयातित वाहनों को एक ऐसी वस्तु के रूप में पहचाना. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पाकिस्तानियों को आर्थिक योजना के तहत बलिदान देना होगा. उन्होंने कहा, ‘‘हमें आयात पर अपनी निर्भरता कम करनी होगी. सरकार अब निर्यात पर ध्यान केंद्रित कर रही है.’’