इस्लामाबाद
पाकिस्तान ने बुधवार को भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से उसका कोई संबंध नहीं है और अगर उसे उकसाया गया तो वह कड़ी प्रतिक्रिया देगा.
विदेश मंत्री इस्हाक डार ने सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी और विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान पहलगाम हमले की स्वतंत्र और पारदर्शी जांच की मांग करता है.
उन्होंने कहा कि इस हमले से पाकिस्तान का कोई लेना-देना नहीं है और भारत द्वारा बिना किसी ठोस सबूत के पाकिस्तान पर आरोप लगाना अनुचित है.इससे कुछ घंटे पहले, पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने चेतावनी दी थी कि भारत की ओर से संभावित सैन्य कार्रवाई 24 से 36 घंटे के भीतर हो सकती है.
इसके बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी कहा था कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के तनाव कम करने के प्रयासों के बावजूद, स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है.
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय रक्षा अधिकारियों को आदेश दिया था कि पहलगाम हमले के जवाब में भारत की प्रतिक्रिया के तरीके, लक्ष्य और समय पर फैसला लेने के लिए सशस्त्र बलों को "पूर्ण स्वतंत्रता" दी जाए.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री डार ने इस हमले में जानमाल के नुकसान पर दुख जताया और कहा, "पाकिस्तान आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा करता है. निर्दोष लोगों की जान लेना किसी भी कारण या उद्देश्य से उचित नहीं ठहराया जा सकता."
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा इस बात का विरोध किया है कि इस हमले का दोष बिना किसी सबूत के पाकिस्तान पर डाला जाए.डार ने भारत पर भड़काऊ बयानबाजी करने का आरोप भी लगाया और कहा कि पाकिस्तान संयम में विश्वास करता है, लेकिन आक्रामक कार्रवाई की स्थिति में वह अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए दृढ़ रहेगा.
लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी ने इस बयान को सख्त करते हुए कहा, "हम तैयार हैं, हमारी परीक्षा मत लीजिए."