अपडेट
समय 22.35, 24 सितंबर, 221
पीएम मोदी ने बाइडेन से कहा, “राष्ट्रपति के रूप में, आप मजबूत भारत-अमेरिका संबंधों के दृष्टिकोण को लागू करने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं, जिसे आपने पहली बार मेरे सामने रखा था, जब हम 2016 में मिले थे.”
बाइडेन ने कहा, “हमें महात्मा गांधी द्वारा अहिंसा की शिक्षाओं को याद रखना होगा, क्योंकि हम अगले महीने उनकी जयंती मना रहे हैं और वे आज की दुनिया में लागू होते हैं.”
मोदी ने कहा, “मुझे और मेरे प्रतिनिधिमंडल के गर्मजोशी से स्वागत के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं. इससे पहले, हमें चर्चा करने का अवसर मिला था, और उस समय आपने भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों के लिए दृष्टिकोण रखा था. आज, आप भारत-अमेरिका संबंधों के लिए अपने दृष्टिकोण को लागू करने के लिए पहल कर रहे हैं.”
बाइडेन ने कहा, “हम कुछ साझा चुनौतियों का सामना एक साथ कर रहे हैं, जैसे कि कोविड-19 महामारी को समाप्त करना. भारत और अमेरिका के बीच संबंध - दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र - मजबूत, घनिष्ठ और कड़े होने के लिए नियत हैं और इससे पूरी दुनिया को फायदा होगा.”
पीएम मोदीः आपके नेतृत्व में भारत-अमेरिका संबंधों के विस्तार के बीज बोए गए हैं. दुनिया के सभी लोकतांत्रिक देशों के लिए यह दशक परिवर्तनकारी होगा. भारत और अमेरिका दोनों ही लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध हैं. आज दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण प्रेरक शक्ति प्रौद्योगिकी है. प्रौद्योगिकी जो मानवता के उपयोग के लिए होगी.
पीएम मोदीः चल रहे दशक में भारत और अमेरिका भी अपने व्यापार संबंधों को मजबूत कर सकते हैं. व्यापार दोनों देशों के बीच सहयोग का एक प्रमुख क्षेत्र बना रहेगा. यह दशक प्रतिभा और लोगों से लोगों के जुड़ाव से आकार लेगा. मुझे खुशी है कि भारतीय प्रवासी अमरीका की प्रगति में सक्रिय योगदान दे रहे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी 25 सितंबर को ‘ग्लोबल सिटिजन लाइव’ पर वीडियो संबोधन देंगे.
‘ग्लोबल सिटिजन’ एक वैश्विक वकालत संगठन है, जो अत्यधिक गरीबी को समाप्त करने के लिए काम कर रहा है. ‘ग्लोबल सिटीजन लाइव’ एक 24 घंटे का कार्यक्रम है, जो 25 और 26 सितंबर को आयोजित किया जाएगा और इसमें मुंबई, न्यूयॉर्क, पेरिस, रियो डी जनेरियो, सिडनी, लॉस एंजिल्स, लागोस और सियोल सहित प्रमुख शहरों में लाइव कार्यक्रम शामिल होंगे. यह कार्यक्रम 120 देशों और कई सोशल मीडिया चैनलों पर प्रसारित किया जाएगा.
अपडेट
समय 22.25, 24 सितंबर, 221
क्वाड समिट से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेजबानी कर रहे हैं.
पीएम मोदी अपनी पहली द्विपक्षीय बैठक के लिए शुक्रवार को राष्ट्रपति बाइडेन से मिलने व्हाइट हाउस पहुंचे. दोनों के बीच प्राथमिकता वाले मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर चर्चा करने की उम्मीद है, जिसमें कोविड-19 का मुकाबला करना और जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सहयोग के साथ-साथ अफगानिस्तान भी शामिल है.
बाइडेन ने मोदी से कहा, “आज हम भारत-अमेरिका संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं. 40 लाख भारतीय अमेरिकी हर दिन अमेरिका को मजबूत बना रहे हैं.”
इस पर पीएम मोदी ने बाइडेन से कहा कि भारत और अमेरिका का व्यापार दोनों देशों के संबंधों में प्रमुख भूमिका निभाता रहेगा. उन्होंने कहा, “2014 और 2016 में, मुझे आपसे बात करने का अवसर मिला ... आपने भारत-अमेरिका संबंधों के लिए अपना दृष्टिकोण साझा किया था ... आप पोटस (संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति) के रूप में उस दृष्टिकोण को आगे बढ़ा रहे हैं.”
मोदी ने कहा, “मैं गर्मजोशी से स्वागत के लिए पोटस को धन्यवाद देना चाहता हूं. मुझे 2014 और 2016 में हमारी बातचीत याद है. उस समय आपने भारत और अमेरिका के बीच संबंधों के लिए अपना दृष्टिकोण साझा किया था. मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि आप इस विजन को साकार करने के लिए काम कर रहे हैं.”
पीएम मोदी ने ग्रह की ट्रस्टीशिप पर महात्मा गांधी के विचारों को याद किया और कहा, “महात्मा गांधी हमेशा ग्रह की ट्रस्टीशिप के बारे में बात करते थे. ट्रस्टीशिप की यह भावना विश्व स्तर पर समय की आवश्यकता है.”
इस पर बिडेन ने कहा, “हम अगले हफ्ते महात्मा गांधी का जन्मदिन मनाएंगे... हमें उनके अहिंसा के संदेश की याद आ रही है. भारत और अमेरिका के बीच संबंध मजबूत, घनिष्ठ और मजबूत होने के लिए बाध्य हैं.”
पीएम मोदी ने कहा, “21वीं सदी के तीसरे दशक के पहले साल में जो बीज हम बोएंगे, वह भारत-अमेरिका संबंधों को गति देने में मदद करेगा... यह दुनिया भर के लोकतंत्रों के लिए भी परिवर्तनकारी साबित होगा.”
अपडेट
समय 22.08, 24 सितंबर, 221
न्यूयॉर्क. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, “श्रीमान प्रधानमंत्री, हम अपनी मजबूत साझेदारी को जारी रखने जा रहे हैं.” बाइडेन शुक्रवार को द्विपक्षीय बैठक के लिए ओवल कार्यालय में भारत के नेता नरेंद्र मोदी के साथ बैठे थे.
उन्होंने अपनी बैठक के उद्घाटन खंड के दौरान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भारतीय विरासत का भी संदर्भ दिया.
बाइडेन की राष्ट्रपति बनने के बाद मोदी के साथ यह पहली व्यक्तिगत बैठक है.
उनकी मुलाकात से पहले, एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि बाइडेन पीएम मोदी के साथ अपनी बैठक के लिए उत्सुक थे.
दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक के लिए यहां व्हाइट हाउस में बैठक शुरू हो गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्हाइट हाउस में बैठे दोनों नेताओं का एक छोटा सा वीडियो ट्वीट कियाः
Meeting @POTUS @JoeBiden at the White House. https://t.co/VqVbKAarOV
— Narendra Modi (@narendramodi) September 24, 2021
अपडेट
समय 21.55, 24 सितंबर, 221
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच ने शुक्रवार को वाशिंगटन में पहली शीर्ष द्विपक्षीय बैठक शुरू हो गई है.
यह बैठक वाशिंगटन के व्हाइट हाउस के ओवल आफिस में बड़े खुशमिजाज माहौल में हो रही है.
Washington, DC | Prime Minister Narendra Modi and US President Joe Biden engage in a bilateral meeting at the Oval Office in the White House. pic.twitter.com/cqbw5mtkxs
— ANI (@ANI) September 24, 2021
विश्व के दो महा लोकतांत्रिक देशों के नेताओं के बीच जमकर ठहाके लगे.
सूत्रों के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत में ‘पांच बाइडेंस’ की मौजूदगी को लेकर मजाक किया. इस पर, पीएम मोदी ने जवाब दिया कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति को देखने के लिए कुछ वंशावली पत्र साथ लाए हैं. इस बात पर जमकर ठहाके लगे.
इस बीच, पीएम मोदी ने कहा कि बैठक ने उन्हें आज कोविड-19 महामारी, जलवायु परिवर्तन और क्वाड से संबंधित सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करने का अवसर प्रदान किया.
द्विपक्षीय बैठक से पहले राष्ट्रपति जो बिडेन ने ट्वीट किया था, “आज सुबह मैं द्विपक्षीय बैठक के लिए व्हाइट हाउस में भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की मेजबानी कर रहा हूं. मैं अपने दोनों देशों के बीच गहरे संबंधों को मजबूत करने, एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक को बनाए रखने और कोविड-19 से लेकर जलवायु परिवर्तन तक हर चीज से निपटने के लिए तत्पर हूं.”
This morning I’m hosting Indian Prime Minister Narendra Modi at the White House for a bilateral meeting. I look forward to strengthening the deep ties between our two nations, working to uphold a free and open Indo-Pacific, and tackling everything from COVID-19 to climate change.
— President Biden (@POTUS) September 24, 2021
पीएम मोदी ने गुरुवार को पांच प्रमुख वैश्विक कंपनियों के सीईओ के साथ बैक-टू-बैक व्यक्तिगत बैठकें कीं. इसके बाद उन्होंने गुरुवार को अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से भी मुलाकात की थी.
आवाज- द वॉयस/ एजेंसी/ वॉशिंगटन
अपनी तीन दिवसीय अमेरिकी यात्रा के बहुप्रतीक्षित कार्यक्रमों में से एक में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थोड़ी देर बाद यानी भारतीय समय के लिहाज से शुक्रवार शाम को व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे.
20जनवरी को बाइडेन के अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभालने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली व्यक्तिगत बैठक होगी. अपनी अमेरिकी यात्रा से पहले एक बयान में, पीएम मोदी ने कहा था कि वह भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीति की समीक्षा करेंगे. उम्मीद की जा रही है, राष्ट्रपति बाइडेन के साथ साझेदारी और आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान होगा.
विदेश सचिव हर्ष वी सृंगला ने पहले बताया था कि पीएम मोदी और बाइडेन भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों को ‘मजबूत और बहुमुखी’बनाने के लिए समीक्षा करेंगे और द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों को मजबूत करने के लिए चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा था कि दोनों नेता 24सितंबर को एक द्विपक्षीय बैठक में अफगानिस्तान में हालिया घटनाक्रम के बाद मौजूदा क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति पर चर्चा करेंगे.
बाइडेन 24सितंबर को पहली बार व्यक्तिगत रूप से क्वॉड लीडर्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापानी प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा शामिल होंगे.
विदेश मंत्रालय ने 14सितंबर को एक बयान में बताया कि नेता 12मार्च, 2021को अपने पहले वर्चुअल शिखर सम्मेलन के बाद से हुई प्रगति की समीक्षा करेंगे और साझा हित के क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा, "कोविड-19महामारी को रोकने के अपने चल रहे प्रयासों के एक हिस्से के रूप में, वे क्वॉड वैक्सीन पहल की समीक्षा करेंगे, जिसकी घोषणा इस साल मार्च में की गई थी. वे महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों, कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे जैसे समकालीन वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे. साइबर सुरक्षा, समुद्री सुरक्षा, मानवीय सहायता/आपदा राहत, जलवायु परिवर्तन और शिक्षा जैसे मसलों पर अहम चर्चा होगी. इसके साथ ही, यह शिखर सम्मेलन नेताओं के बीच बातचीत के लिए अहम मौका है, जो एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र को सुनिश्चित करने के साझा दृष्टिकोण रखते हैं."
इस साल की शुरुआत में, राष्ट्रपति बाइडेन ने पीएम मोदी के साथ एक फोन कॉल पर बात की थी, जिसमें कहा गया था कि संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत कोविड-19के खिलाफ लड़ाई में मिलकर काम करेंगे.
पीएम मोदी संयुक्त राज्य अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बनने के बाद बाइडेन को बधाई देने वाले पहले विश्व नेताओं में से एक थे.
इधर, प्रधानमंत्री ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की और हाल के वैश्विक और क्षेत्रीय विकास पर विचारों का आदान-प्रदान किया.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, "यह द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के लिए मजबूत प्रतिबद्धता है! पीएम नरेंद्र मोदी और वीपी कमला हैरिस ने हाल के वैश्विक और क्षेत्रीय विकास पर विचारों का आदान-प्रदान किया. उभरती और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और पी 2पी लिंकेज को कवर करते हुए हमारी जीवंत द्विपक्षीय साझेदारी पर चर्चा की."
प्रधानमंत्री ने गुरुवार को अपने जापानी समकक्ष योशीहिदे सुगा, ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन, अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ बैठक की और भारत में संभावित निवेश के लिए पांच वैश्विक सीईओ के साथ बैठक की.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी बहुचर्चित अमेरिकी यात्रा के लिए बुधवार को वाशिंगटन पहुंचे. पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा 25सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक संबोधन के साथ समाप्त होगी,उम्मीद जताई जा रही है कि इसमें कोविड-19महामारी, आतंकवाद से निपटने की आवश्यकता, जलवायु परिवर्तन और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों सहित वैश्विक चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
कोविड-19महामारी के प्रकोप के बाद से पड़ोस से बाहर प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली विदेश यात्रा है. पीएम मोदी के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी है जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं.
यूएनजीए का उच्चस्तरीय सत्र मंगलवार को न्यूयॉर्क में शुरू हुआ है.