दुबई
ईरान की 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद मारे गए हजारों लोगों की सामूहिक कब्र को अब पार्किंग स्थल में बदलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। तेहरान स्थित विशाल बेहेश्त-ए-ज़हरा कब्रिस्तान के लॉट 41 को पार्किंग एरिया में तब्दील किया जा रहा है।
प्लैनेट लैब्स पीबीसी की सैटेलाइट तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि जिस स्थान पर क्रांति के दौरान धार्मिक शासन के विरोधियों को गोली मारकर या फांसी देकर दफनाया गया था, वहां अब पार्किंग स्थल का निर्माण हो रहा है।
संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत ने 2024 में चेतावनी दी थी कि ईरान कब्रिस्तानों को ध्वस्त करके उन सबूतों को मिटाने की कोशिश कर रहा है, जो ‘‘कानूनी जवाबदेही से बचने के प्रयास में काम आ सकते थे’’।
एम्स्टर्डम विश्वविद्यालय में लेक्चरर और इन सामूहिक कब्रों पर शोध कर चुके शाहीन नासिरी ने बताया कि उनके अध्ययन और अन्य शोधों के अनुसार लॉट 41 में करीब 5,000 से 7,000 पीड़ितों को दफनाया गया है। इनमें वे सभी लोग शामिल हैं जिन्हें ईरान ने ‘‘धार्मिक अपराधी’’ करार दिया था—चाहे वे कम्युनिस्ट हों, उग्रवादी, राजतंत्र समर्थक या फिर अन्य विचारधारा से जुड़े हों।