Indian colors were seen on Hindi Diwas in Riyadh, Saudi citizens also sang Hindi songs
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
रियाद (सऊदी अरब), 16 सितंबर (एएनआई): सऊदी अरब की राजधानी रियाद में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को हिंदी दिवस का आयोजन भारतीय समुदाय के सहयोग से बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में किया. इस मौके पर भारतीय विद्यार्थियों के साथ-साथ सऊदी नागरिकों ने भी हिंदी गीत और भाषण पेश कर कार्यक्रम को खास बना दिया.
भारतीय दूतावास ने बताया कि हिंदी पखवाड़े और हिंदी दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में भारतीय छात्राओं ने विभिन्न रंगारंग प्रस्तुतियां दीं. वहीं, सऊदी नागरिकों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और हिंदी गीत तथा भाषण सुनाकर सभी को प्रभावित किया.
कार्यक्रम का उद्घाटन भारत के सऊदी अरब में राजदूत सुहैल अज़ीज़ ख़ान ने किया. उन्होंने हिंदी को विश्व स्तर पर लोकप्रिय बनाने के लिए भारतीय सरकार के प्रयासों की सराहना की और कहा, “हमें गर्व होना चाहिए कि हम उस देश के नागरिक हैं, जहां हिंदी जैसी समृद्ध भाषा बोली जाती है. आज हिंदी की लोकप्रियता भारत से बाहर भी बढ़ चुकी है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि किस तरह हिंदी सीखने की वैश्विक रुचि बढ़ रही है और बॉलीवुड के कारण सऊदी नागरिकों में हिंदी के प्रति लगाव गहराया है.
इस अवसर पर सऊदी नागरिक सुल्तान मैमानी ने हिंदी गीत “फिर भी दिल है हिंदुस्तानी” गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। राजदूत ने अंतरराष्ट्रीय भारतीय स्कूलों और दूतावास द्वारा आयोजित विभिन्न हिंदी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया.
दूतावास ने बताया कि इस कार्यक्रम की परिकल्पना काउंसलर मनुस्मृति के निर्देशन में हुई और संचालन प्रथम सचिव ऋषि त्रिपाठी ने किया. दूतावास ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “सऊदी मित्र सुल्तान मैमानी ने अपने मधुर गीत से सभी को मोहित किया. माननीय राजदूत ने विभिन्न हिंदी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया.
इससे पहले रविवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हिंदी दिवस पर शुभकामनाएं दी थीं। उन्होंने लिखा, “हिंदी हमारे संस्कृति और परंपराओं के प्रति बढ़ती वैश्विक रुचि का एक अहम हिस्सा है। दुनिया भर में हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में लगे सभी भाषाविदों और हिंदी प्रेमियों को विशेष शुभकामनाएं.”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी हिंदी दिवस पर संदेश देते हुए हिंदी को “राष्ट्रीय एकता की भाषा” बताया। उन्होंने कहा कि हिंदी तकनीक, विज्ञान और शोध की भाषा के रूप में उभर रही है। शाह ने याद दिलाया कि आज़ादी के संघर्ष से लेकर आपातकाल तक हिंदी ने देशवासियों को जोड़ने में अहम भूमिका निभाई है और भविष्य में भी यह विकसित व आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सभी भाषाओं को साथ लेकर अहम भूमिका निभाती रहेगी.