ब्राज़ील
ब्राज़ील के बेलेम में चल रहे यूएन जलवायु सम्मेलन (COP30) का ओवरटाइम में पहुँचा समापन कमजोर समझौते के संकेत दे रहा है। कई देशों और पर्यावरण समूहों ने प्रस्तावित डील की आलोचना की है क्योंकि इसमें फॉसिल फ़्यूल से दूर जाने का रोडमैप शामिल नहीं किया गया। यह योजना अब केवल एक अलग, कम प्रभावी दस्तावेज़ में पेश की जाएगी।
वार्ताओं में 300 अरब डॉलर सालाना सहायता, अनुकूलन फंड बढ़ाने की मांग, और देशों की जलवायु योजनाओं को कड़ा करने जैसे मुद्दों पर चर्चा चली। गरीब देशों के लिए अनुकूलन वित्त लगभग तीन गुना करने का एक रूप डील में दिखाई दे रहा है।
यूरोपीय संघ, कोलंबिया और छोटे द्वीपीय देशों ने कमजोर प्रस्ताव पर आपत्ति जताई, जबकि सऊदी अरब जैसे देश फॉसिल फ़्यूल ट्रांज़िशन के खिलाफ रहे।
अभी अंतिम सहमति अनिश्चित है, लेकिन दस्तावेज़ में पुराने समझौतों का हवाला देकर कुछ प्रगति दिखाने की कोशिश की गई है। पर्यावरण समूहों का कहना है कि वन विनाश और फॉसिल फ़्यूल खत्म करने के स्पष्ट रोडमैप और पर्याप्त वित्त की अब भी कमी है।