नई दिल्ली
नाइजीरिया के उत्तर-पूर्वी बोर्नो राज्य के दारुल जामा गाँव में आतंकी संगठन बोको हराम ने भीषण हमला किया, जिसमें कम से कम 55 लोगों की मौत हो गई। यह गाँव हाल ही में विस्थापन झेल चुके लोगों की वापसी का गवाह बना था, लेकिन अब एक बार फिर दहशत और तबाही में बदल गया।
स्थानीय निवासियों के मुताबिक, शुक्रवार रात को मोटरसाइकिलों पर सवार बोको हराम के आतंकवादी गाँव में घुस आए। उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग की और कई घरों को आग के हवाले कर दिया।
सरकार समर्थक मिलिशिया कमांडर बाबागाना इब्राहिम ने एएफपी को बताया कि मारे गए लोगों में छह सैनिक भी शामिल हैं। वहीं, गाँव के पारंपरिक प्रमुख ने रॉयटर्स को जानकारी दी कि शनिवार सुबह तक कम से कम 70 शव बरामद हो चुके थे, जबकि दर्जनों लोग अब भी लापता हैं।
उन्होंने कहा, “आतंकवादी घर-घर घुसे, पुरुषों को बेरहमी से मार डाला और महिलाओं को छोड़ दिया। लगभग हर परिवार प्रभावित हुआ है। 20 से अधिक मकान और 10 वाहन पूरी तरह नष्ट हो गए।”
स्थानीय लोगों का आरोप है कि सेना को हमले की आशंका की जानकारी पहले ही थी, लेकिन पर्याप्त सुरक्षा नहीं दी गई। बामा शहर में भागे बाबागाना माला ने कहा कि सेना को तीन दिन पहले ही बोको हराम के जमावड़े की चेतावनी दी गई थी, फिर भी कोई अतिरिक्त बल नहीं भेजा गया।
मारे गए लोगों में कई वे परिवार थे जिन्हें हाल ही में बामा के सरकारी विस्थापन शिविर से गाँव में बसाया गया था। पाँच बच्चों की माँ हज्जा फाति, जिनके भाई की हमले में मौत हो गई, ने कहा, “सरकार ने हमें भरोसा दिलाया था कि यहाँ हम सुरक्षित रहेंगे। लेकिन अब हमें अपने परिजनों को फिर से दफनाना पड़ रहा है।”
बोको हराम 2009 से नाइजीरिया के उत्तर-पूर्व में इस्लामी खिलाफत स्थापित करने के लिए हिंसा कर रहा है। इस संघर्ष में अब तक लगभग 40,000 लोग मारे जा चुके हैं और 20 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं। 2016 में इस संगठन से अलग होकर आईएसआईएस वेस्ट अफ्रीका प्रोविंस (ISWAP) बना, जो अब और अधिक सक्रिय है।
गैर-लाभकारी संस्था गुड गवर्नेंस अफ्रीका के आँकड़ों के अनुसार, साल 2025 के पहले छह महीनों में नाइजीरिया में सशस्त्र समूहों के लगभग 300 हमले दर्ज किए गए। इनमें से अधिकांश ISWAP द्वारा किए गए थे और इनमें करीब 500 नागरिकों की जान गई।