मेलबर्न,
ऑस्ट्रेलिया की संघीय पुलिस ने पुष्टि की है कि सिडनी के प्रसिद्ध बॉण्डी बीच पर हनुक्का उत्सव के दौरान हुई भीषण गोलीबारी ‘इस्लामिक स्टेट (आईएस)’ से प्रेरित एक आतंकवादी हमला थी। ऑस्ट्रेलियाई संघीय पुलिस आयुक्त क्रिसी बैरेट ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
इस हमले में 15 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 25 अन्य घायल हुए थे। घायलों में से 10 की हालत गंभीर बताई जा रही है और वे अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं।
अधिकारियों के अनुसार, इस हमले के पीछे पिता–पुत्र की जोड़ी शामिल थी। 50 वर्षीय संदिग्ध को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया, जबकि उसका 24 वर्षीय बेटा घायल अवस्था में गिरफ्तार किया गया और उसका इलाज जारी है। मारे गए हमलावर की पहचान साजिद अकरम के रूप में की गई है।
मंगलवार को आयोजित एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहली बार अधिकारियों ने संदिग्धों की आतंकी विचारधारा की आधिकारिक पुष्टि की। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ ने कहा कि यह निष्कर्ष ठोस सबूतों पर आधारित है। उन्होंने बताया कि हमलावरों के वाहन से इस्लामिक स्टेट के झंडे बरामद किए गए हैं।
न्यू साउथ वेल्स के पुलिस आयुक्त माल लैन्योन ने खुलासा किया कि घटनास्थल से हटाई गई गाड़ी—जो कम उम्र के आरोपी के नाम पर पंजीकृत थी—से देसी बम और विस्फोटक उपकरण भी मिले हैं। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि वाहन में आईएसआईएस के दो झंडे मौजूद थे।
पुलिस के मुताबिक, संदिग्ध पिता–पुत्र पिछले महीने फिलीपींस गए थे। फिलीपींस के आव्रजन ब्यूरो ने पुष्टि की है कि साजिद अकरम ने 1 से 28 नवंबर तक अपने बेटे नवीद अकरम के साथ वहां यात्रा की थी। ऑस्ट्रेलियाई जांच एजेंसियां अब इस यात्रा के उद्देश्य और संपर्कों की गहन जांच कर रही हैं।
इस बीच, प्रधानमंत्री अल्बनीज़ ने बंदूकों तक पहुंच को और सख्त करने की योजना की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि बड़ा आरोपी अपने पास मौजूद छह हथियार कानूनी रूप से जमा कर चुका था, जिसने हथियार कानूनों पर फिर से बहस छेड़ दी है।
ऑस्ट्रेलियाई सुरक्षा एजेंसियों ने कहा है कि हमले से जुड़े सभी पहलुओं की जांच जारी है और देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर सतर्कता और बढ़ाई जा रही है।
(स्रोत: एपी)






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