ऑस्ट्रेलियाः हाथ में कुरान लेकर पहली मुस्लिम महिला मंत्री ने ली शपथ

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 02-06-2022
ऑस्ट्रेलियाः हाथ में कुरान लेकर पहली मुस्लिम महिला मंत्री ने ली शपथ
ऑस्ट्रेलियाः हाथ में कुरान लेकर पहली मुस्लिम महिला मंत्री ने ली शपथ

 

राकेश चौरासिया / नई दिल्ली-सिडनी

ऑस्ट्रेलिया की नई सरकार में बुधवार को तेईस मंत्रियों ने शपथ ली. इनमें दस महिलाएं हैं. युवा मामलों की मंत्री ऐनी अली ऑस्ट्रेलिया की पहली महिला मुस्लिम मंत्री हैं, जिन्होंने हाथ में कुरान लेकर पद की शपथ ली है.

ऑस्ट्रेलिया की नई संघीय सरकार को देश के इतिहास में सबसे विविध सरकार माना जा रहा है, जिसमें अल्पसंख्यकों के अलावा स्थानीय आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधि भी शामिल हैं. पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया से संसद सदस्य ऐनी अली पहले एक कार्यकर्ता के रूप में लेबर पार्टी में शामिल हुईं, फिर पार्टी के संघ की सदस्य बनीं और अब संसद सदस्य और मंत्री हैं.

न्यूजजानी के अनुसार, शपथ लेने के बाद मीडिया से बात करते हुए डॉ. ऐनी अली ने कहा कि मंत्री बनना मेरे जीवन की योजना का हिस्सा नहीं था. अली कभी ऑस्ट्रेलिया की पहली महिला सांसद थीं और अब पहली मुस्लिम महिला मंत्री होंगी.

ऐनी अली पर्थ के बाहरी इलाके कोवान की सीट से चुनी गईं. इस सीट का नाम ऑस्ट्रेलिया की पहली महिला सांसद एडिथ कोवान के नाम पर रखा गया है. ऐनी अली का जन्म मिस्र में हुआ था. जब वह दो साल की थीं, तो उनका परिवार सिडनी के दक्षिण-पश्चिम में चिपिंग नॉर्टन चला आया.

2020में, ऐनी अली ने घरेलू हिंसा के खिलाफ राष्ट्रीय अभियान का आह्वान किया. मीडिया से बात करते हुए ऐनी अली ने कहा था कि मैं अधीर थी, वो मेरे साथ थी, मैं अपने घाव भरती रही और अपना दर्द छुपाती रही, मैं बहुत देर तक चुप रही. मेरे लिए सबसे कठिन फैसला अपने बच्चों के पिता को परेशान करने के बाद छोड़ना था. ऐनी अली ने अपने बच्चों को सिंगल मदर के रूप में पाला.

55वर्षीय ऐनी अली राजनीति में आने से पहले एक प्रोफेसर और शिक्षक थीं. उन्होंने ‘आतंकवाद’ पर भी शोध किया है और अतिवाद के प्रति बच्चों के झुकाव पर उनका शोध उल्लेखनीय है. ऐनी अली ने एडिथ कोवान यूनिवर्सिटी से पीएचडी की है. राजनीति में प्रवेश करने से पहले, उन्होंने पश्चिमी ऑस्ट्रेलियाई प्रशासन में कई प्रमुख पदों पर कार्य किया.

ऐनी अली फैशन की भी शौकीन हैं और बतौर मॉडल कैटवॉक कर चुकी हैं. ऐनी के पिता ने टेक्सटाइल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में उन्हें फील्ड जॉब नहीं मिली, इसलिए उन्होंने घंटों गाड़ी चलाई. ऑस्ट्रेलिया में मुस्लिम समुदाय भी ऐनी अली के मंत्री बनने से खुश है.

ऑस्ट्रेलियन फेडरेशन ऑफ इस्लामिक काउंसिल ने ऐनी अली को उनकी जीत पर बधाई देते हुए एक पत्र लिखा है. संगठन के मुख्य कार्यकारी केयरट्रेड ने एक बयान में कहा कि ऑस्ट्रेलिया में सत्ता में आने वाले मुसलमानों ने एक कड़ा संदेश दिया है. उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया में युवा मुसलमान अब देखेंगे कि यदि वे समाज की सेवा करना चाहते हैं, तो राजनीतिक प्रतिनिधित्व एक विकल्प है. यह ऑस्ट्रेलियाई लोगों को भी संदेश देगा कि मुसलमान ऑस्ट्रेलियाई समुदाय का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.’’