Australia-China ready to increase trade, joined hands despite strategic differences
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
ऑस्ट्रेलिया और चीन के शीर्ष नेताओं ने मंगलवार को राजधानी बीजिंग में हुई वार्ता के दौरान क्षेत्रीय सुरक्षा और मानवाधिकारों पर मतभेदों के बावजूद व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने पर सहमति जताई.
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ से कहा कि "मतभेदों को दरकिनार करते हुए समानता के बिंदुओं की तलाश करना हमारे दोनों देशों और दोनों जनता के मूल हितों के अनुरूप है.
प्रधानमंत्री अल्बनीज़ ने शी की बात से सहमति जताते हुए कहा, "यह दृष्टिकोण वास्तव में ऑस्ट्रेलिया और चीन दोनों के लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आया है."
एशिया-प्रशांत क्षेत्र के कई अन्य देशों की तरह ऑस्ट्रेलिया भी अमेरिका और चीन की प्रतिद्वन्द्विता के बीच संतुलन बनाने के लिए प्रयासरत है. जहां उसकी अर्थव्यवस्था काफी हद तक चीन को इस्पात उद्योग के लिए लोहे के अयस्क सहित निर्यात पर निर्भर है, वहीं वह चीन के मानवाधिकार रिकॉर्ड और प्रशांत क्षेत्र में बढ़ती सैन्य गतिविधियों को लेकर अमेरिकी चिंताओं को भी साझा करता है.
प्रधानमंत्री अल्बनीज़ ने 2022 में सत्ता में आने के बाद से चीन के साथ संबंध सुधारने की कोशिशें की हैं.
शंघाई में सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘‘हमारी हर चार में से एक नौकरी व्यापार पर निर्भर है.’’ उन्होंने यह भी बताया कि ऑस्ट्रेलिया ने व्यापार को विविध बनाने के लिए इंडोनेशिया और सिंगापुर जैसे दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के साथ संबंध मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया है.
अल्बनीज़ इस समय एक सप्ताह की चीन यात्रा पर हैं। उनकी यात्रा की शुरुआत चीन की वाणिज्यिक राजधानी शंघाई से हुई, जहां दोनों देशों के सरकारी और व्यापारिक प्रतिनिधियों के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने और लौह अयस्क खनन व इस्पात उत्पादन में कार्बन उत्सर्जन कम करने पर सहयोग को लेकर चर्चा हुई.