अहमदाबाद
श्रेयस अय्यर की 41 गेंदों में नाबाद 87 रनों की विस्फोटक पारी की बदौलत पंजाब किंग्स ने रविवार को आईपीएल 2025 के दूसरे क्वालीफायर में मुंबई इंडियंस को 5 विकेट से हराकर पहली बार फाइनल में जगह बना ली। इसके साथ ही यह तय हो गया कि इस सीज़न में इंडियन प्रीमियर लीग को एक नया विजेता मिलेगा।
अब 3 जून को फाइनल में पंजाब का मुकाबला रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से होगा। दिलचस्प बात यह है कि आईपीएल के 18 साल के इतिहास में न तो पंजाब और न ही बैंगलोर कभी चैंपियन बन पाई हैं।
पिछले साल कोलकाता नाइट राइडर्स को खिताबी जीत दिलाने वाले श्रेयस अय्यर ने इस बार पंजाब की कप्तानी संभालते हुए बड़ा कारनामा कर दिखाया। उन्होंने 11 साल बाद पंजाब को फाइनल में पहुंचाया, वो भी तब जब मुंबई की घातक गेंदबाज़ी के सामने 204 रनों का मुश्किल लक्ष्य था।
श्रेयस ने 8 छक्के और 5 चौके जमाते हुए 87 रन बनाए और 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर विजयी छक्का लगाया। बारिश की वजह से मैच की शुरुआत में लगभग ढाई घंटे की देरी हुई, लेकिन लक्ष्य में कोई कटौती नहीं की गई।
मुंबई इंडियंस की हार की बड़ी वजह बनी जसप्रीत बुमराह की खराब गेंदबाज़ी और कमजोर फील्डिंग। बुमराह ने चार ओवर में 40 रन लुटाए और एक भी विकेट नहीं लिया। वहीं, फील्डिंग में भी मुंबई ने मौके गंवाए—नेहाल वढेरा को दो जीवनदान दिए गए, जिनका उन्होंने पूरा फायदा उठाते हुए 29 गेंदों में 48 रन ठोके।
नमन धीर ने सेंटनर का आसान कैच छोड़ा, जबकि ट्रेंट बोल्ट ने हार्दिक पंड्या के ओवर में वढेरा का कैच फाइन लेग पर टपकाया जब वे महज़ 13 रन पर थे। वढेरा और श्रेयस के बीच चौथे विकेट के लिए 84 रनों की अहम साझेदारी हुई।
पंजाब की शुरुआत हालांकि कुछ खास नहीं रही। प्रभसिमरन सिंह (6) जल्दी आउट हो गए, जबकि प्रियांश आर्य (20) अच्छी शुरुआत को लंबी पारी में तब्दील नहीं कर सके। लेकिन फिर जोश इंगलिस (21 गेंद में 38 रन) ने बुमराह के एक ओवर में दो छक्के और दो चौके लगाकर 20 रन बटोरे और टीम का मनोबल बढ़ाया।
72 रन पर 3 विकेट गिरने के बाद श्रेयस और वढेरा ने पारी को संभाला। श्रेयस ने 13वें ओवर में रीसे टॉपली को लगातार तीन छक्के लगाकर मैच का रुख पलट दिया।
इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए मुंबई इंडियंस ने 6 विकेट पर 203 रन बनाए। सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा की उम्दा बल्लेबाज़ी इसके पीछे रही। दोनों ने 44-44 रन बनाए, जबकि जॉनी बेयरस्टो (38) और नमन धीर (33 रन, 18 गेंद) ने तेज़ रन जुटाकर स्कोर को 200 पार पहुँचाया।
पिछले मैच में जीवनदान का लाभ उठाने वाले रोहित शर्मा (8 रन) इस बार फेल रहे। उन्होंने जैमीसन की गेंद पर उमरजई द्वारा छोड़ा गया मुश्किल कैच जरूर देखा, लेकिन अगली ही गेंद पर स्टोइनिस की गेंद पर विशाख को कैच दे बैठे।
तिलक वर्मा ने आते ही छक्का जड़ा और बेयरस्टो के साथ 51 रन की साझेदारी की। मुंबई ने पावरप्ले में 1 विकेट पर 65 रन बनाए। बेयरस्टो छठे ओवर में उमरजई को 15 रन जड़ने के बाद अगली ही गेंद पर आउट हो गए।
सूर्यकुमार ने आते ही चहल के स्पिन आक्रमण को संभाला और 26 गेंदों में 4 चौके और 3 छक्के जड़ते हुए 44 रन बनाए। उन्होंने तिलक के साथ तीसरे विकेट के लिए 72 रन जोड़े। चहल के आखिरी ओवर में सूर्यकुमार कैच देकर लौटे, और दो गेंद बाद तिलक वर्मा भी पवेलियन लौट गए।
हार्दिक पंड्या ने 12 गेंद में 15 रन बनाए, लेकिन अंत में स्कोर को मज़बूती से समेटने का दारोमदार नमन धीर ने निभाया।