ताशकंद
भारत के युवा ग्रैंडमास्टर आर. प्रज्ञानानंदा ने शुक्रवार को उजचेस कप मास्टर्स 2025 का खिताब जीतकर न केवल टूर्नामेंट में जीत दर्ज की, बल्कि लाइव रेटिंग में जबरदस्त छलांग लगाते हुए देश के शीर्ष शतरंज खिलाड़ी भी बन गए.
इस जीत के साथ उनकी रेटिंग 2778.3 पहुंच गई, जिससे वह विश्व रैंकिंग में तीन स्थान ऊपर चढ़कर चौथे स्थान पर आ गए. यह उनके करियर की अब तक की सर्वोच्च रैंकिंग है.
महज 19 वर्ष की उम्र में प्रज्ञानानंदा ने अपने ही देश के सितारों — मौजूदा विश्व चैंपियन डी. गुकेश (2776.6) और अर्जुन एरिगैसी (2775.7) को पछाड़ दिया. जहां गुकेश और एरिगैसी गुरुवार तक भारत के शीर्ष खिलाड़ी माने जा रहे थे, अब वे क्रमशः विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर खिसक गए हैं. शीर्ष स्थान पर नॉर्वे के दिग्गज मैग्नस कार्लसन (2839.2) अभी भी बने हुए हैं.
टूर्नामेंट के अंतिम दिन प्रज्ञानानंदा ने स्थानीय खिलाड़ी नोडिरबेक अब्दुसत्तोरोव के खिलाफ निर्णायक जीत दर्ज की. वह राउंड की शुरुआत में अब्दुसत्तोरोव से एक अंक और जावोखिर सिंदारोव से आधा अंक पीछे थे, लेकिन आखिरी मुकाबले में शानदार जीत ने उन्हें 5.5 अंकों के साथ संयुक्त शीर्ष पर पहुंचा दिया.
एरिगैसी यदि अरविंद चितांबरम के खिलाफ अपनी बाज़ी जीत लेते, तो चार खिलाड़ियों का टाई होता, लेकिन वह ड्रा कर बैठे.
टाईब्रेक के पहले चरण में तीनों खिलाड़ियों—प्रज्ञानानंदा, अब्दुसत्तोरोव और सिंदारोव—ने डबल राउंड-रॉबिन ब्लिट्ज में दो-दो अंक हासिल किए. प्रज्ञानानंदा ने दोनों खिलाड़ियों को सफेद मोहरों से हराया, लेकिन काले मोहरों से हार का सामना करना पड़ा.
दूसरे टाईब्रेक में उन्होंने अब्दुसत्तोरोव से ड्रा खेला और सिंदारोव को काले मोहरों से मात दी. सिंदारोव द्वारा अब्दुसत्तोरोव को हराए जाने से प्रज्ञानानंदा का खिताब पक्का हो गया.
यह इस वर्ष प्रज्ञानानंदा की तीसरी क्लासिकल जीत है. इससे पहले उन्होंने टाटा स्टील शतरंज टूर्नामेंट और सुपरबेट क्लासिक (ग्रैंड चेस टूर, रोमानिया) में खिताब जीते थे. इसके अलावा, वह हाल ही में स्टीफन अवग्यान मेमोरियल में उपविजेता भी रहे.
भारत के पाँच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने सोशल मीडिया पर उन्हें बधाई देते हुए लिखा, "उज्बेकिस्तान शतरंज कप जीतने के लिए आर. प्रज्ञानानंदा को बधाई.
यह इस साल उनकी तीसरी बड़ी क्लासिकल जीत है और संभवतः सबसे अप्रत्याशित भी. उन्होंने अर्जुन एरिगैसी को हराया और आज निर्णायक मुकाबले में अब्दुसत्तोरोव को मात देकर शीर्ष स्थान हासिल किया. वह अब भारत के सर्वोच्च रेटिंग वाले खिलाड़ी हैं और दुनिया के नंबर चार पर काबिज हैं."
प्रज्ञानानंदा की यह उपलब्धि भारतीय शतरंज के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ती है.