लंदन
जसप्रीत बुमराह के अंतरराष्ट्रीय करियर में आने के बाद, लंबे समय तक मोहम्मद सिराज उनके पीछे छाया की तरह रहे। हर बार जब सिराज से पूछा गया, तो उनका जवाब होता — "मैं सिर्फ जस्सी भाई पर विश्वास करता हूं।"
लेकिन अब समय ने करवट ली है, और ओवल टेस्ट में सिराज ने अपनी गेंदबाजी से ऐसा जादू किया, कि उन्होंने सिर्फ मैच ही नहीं बदला, बल्कि अपनी पहचान भी एक ‘लीडर पेसर’ के रूप में स्थापित कर ली।
बुमराह की गैरमौजूदगी, सिराज की अगुआई
पांचवें टेस्ट में कार्यभार प्रबंधन के तहत बुमराह को आराम दिया गया। ऐसे में गेंदबाजी की पूरी जिम्मेदारी सिराज के कंधों पर थी। उन्होंने इंग्लैंड की दूसरी पारी में जैक क्रॉली और ओली पोप को आउट कर भारत की पकड़ मजबूत की, और जब हैरी ब्रूक का कैच लेते वक्त बाउंड्री से टकराए तो उनके चेहरे पर दर्द से ज़्यादा मायूसी दिखी — मानो उन्होंने खुद से वादा कर लिया हो कि वह इस चूक की भरपाई करेंगे।
अगले ही सत्र में सिराज ने उसी इरादे से गेंदबाजी की, और अपनी धारदार स्पैल से भारत को यादगार जीत दिलाई।
सबसे सफल तेज गेंदबाज
पूरी सीरीज़ में सिराज इकलौते तेज गेंदबाज रहे जिन्होंने पांचों टेस्ट खेले। उन्होंने 185.3 ओवर की गेंदबाजी कर 23 विकेट झटके, और सीरीज़ के सबसे सफल गेंदबाज बने।
कई बार ऐसा भी हुआ जब शानदार गेंदबाजी के बावजूद उन्हें विकेट नहीं मिले, लेकिन उन्होंने कभी शिकायत नहीं की। सिराज ने सिर्फ इतना कहा,"शायद अल्लाह की मेरे लिए कोई और योजना हो।"
गिल का भरोसा: "अब सिराज पर भी उतना ही विश्वास"
मैच के बाद जब कप्तान शुभमन गिल से पूछा गया कि क्या अब टीम को बुमराह जितना भरोसा सिराज पर भी है, तो उन्होंने दो टूक कहा ,"हां, बिल्कुल।"
गिल ने आगे कहा,"यह विश्वास आज का नहीं है। हम पहले भी कहते थे कि सिराज भाई पर हमें भरोसा है। इस मैच में उन्होंने जो मेहनत की, वो काबिल-ए-तारीफ है। हम भले हार भी जाते, लेकिन ड्रेसिंग रूम में उनके लिए सम्मान कम नहीं होता। यह सम्मान उन्होंने सालों की मेहनत से कमाया है, एक मैच किसी खिलाड़ी को परिभाषित नहीं करता।"
सिराज का समर्पण: "क्रिकेट मेरा पहला प्यार है"
मैच के बाद मीडिया से बातचीत में जब गिल के साथ सिराज बैठे तो उनकी आँखों में चमक थी और दिल में गर्व। उन्होंने भावुक होकर कहा:"क्रिकेट मेरा पहला प्यार है।"
"अगर मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं करता तो मुझे बहुत दुख होता है। बचपन से बहुत संघर्ष किया है, इसलिए जब मैदान पर उतरता हूं तो सब कुछ झोंक देता हूं।"
मियां भाई ने जीत लिया दिल
बारबाडोस में पिछले साल टी20 विश्व कप जीतने के बाद सिराज ने कहा था ,"मैं सिर्फ जस्सी भाई पर विश्वास करता हूं।"
लेकिन अब, सिराज के ओवल में किए गए प्रदर्शन के बाद, देश को उन पर भी वैसा ही भरोसा होने लगा है, जैसा बुमराह पर है।अब सिर्फ ‘जस्सी भाई’ नहीं, ‘मियां भाई’ भी भारत की तेज गेंदबाजी की नई दीवार हैं।