नई दिल्ली
फुटबॉल और ब्राज़ील के रिश्ते को दुनिया अच्छी तरह जानती है — जहां हर खिलाड़ी में कला, जुनून और प्रतिभा की झलक मिलती है। इंडियन सुपर लीग (ISL) भी इस ब्राज़ीली जादू से अछूती नहीं रही है। ISL की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, अब तक 68 ब्राज़ीली खिलाड़ियों ने लीग में हिस्सा लिया है, जिन्होंने अपने खेल से न केवल दर्शकों का दिल जीता, बल्कि क्लबों को भी मजबूती दी।
इन खिलाड़ियों ने ना केवल रोमांचक खेल दिखाया बल्कि कई बार अपनी टीमों को खिताब दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई। उनकी शैली, अनुभव और नेतृत्व क्षमता ने ISL को और अधिक समृद्ध किया है।
पिछली ऑल-टाइम XI टीमें आमतौर पर पारंपरिक चार डिफेंडर वाली संरचना अपनाती थीं, लेकिन इस बार ब्राज़ीली खिलाड़ियों की ताकत को ध्यान में रखते हुए 3-5-2 फॉर्मेशन चुना गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि ब्राज़ीलियनों ने ISL में मिडफील्ड, फॉरवर्ड और सेंटर-बैक में खास छाप छोड़ी है, जबकि पूर्णकालिक फुल-बैक की संख्या कम रही है।
रॉबर्टो वोल्पातो (Mumbai City FC, 2016)
ISL में ब्राज़ीली गोलकीपर दुर्लभ रहे हैं, लेकिन वोल्पातो ने 2016 में मुंबई सिटी एफसी के लिए शानदार प्रदर्शन किया। उनकी उपस्थिति ने गोलपोस्ट के पास टीम को भरोसा और मजबूती दी।
एली साबिया
ISL में सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले ब्राज़ीली खिलाड़ी (100 मुकाबले)। चेन्नईयिन FC और जमशेदपुर FC के लिए शानदार डिफेंसिव योगदान दिया। 2019-20 में फाइनल और 2021-22 में लीग शील्ड विजेता टीम का हिस्सा रहे।
मेल्सन आल्वेस
चेन्नईयिन FC के दो बार कप विजेता डिफेंडर। 2017-18 फाइनल में दो गोल करके टीम को खिताब जिताया। हेडिंग और टैकल में माहिर।
लुसियो
वर्ल्ड कप और चैंपियंस लीग विजेता, ISL के शुरुआती मार्की साइनिंग में से एक। 2015 में FC गोवा को फाइनल तक ले गए। उनकी नेतृत्व क्षमता और अनुभव टीम के लिए अनमोल रही।
इलानो ब्लूमर
चेन्नईयिन FC के लिए शुरुआती सीजन में सबसे प्रभावशाली ब्राज़ीली। ISL के पहले सीजन में गोल्डन बूट जीता और 2015 में टीम को खिताब दिलाया। शानदार फ्री-किक और प्लेमेकिंग स्किल्स के लिए याद किए जाते हैं।
जाओ विक्टर
हैदराबाद FC के मिडफील्ड में संतुलन का स्तंभ। 2021-22 में बतौर कप्तान टीम को ISL कप जिताया। चार सीज़न तक क्लब के सबसे भरोसेमंद विदेशी खिलाड़ी रहे।
मेमो मोउरा
जमशेदपुर FC सहित कई क्लबों के लिए खेले। पासिंग और बैकलाइन सुरक्षा में दक्ष। 80 से ज्यादा ISL मैच खेले और मिडफील्ड में निरंतरता का उदाहरण बने।
राफाएल क्रिवेलारो
चेन्नईयिन FC के प्रशंसकों के चहेते। 2019-20 में फाइनल तक की दौड़ में अहम भूमिका निभाई। बॉल पर नियंत्रण और शानदार थ्रू पास के लिए जाने जाते हैं।
मार्सेलिन्हो
2016 में गोल्डन बूट विजेता। छह सीजन में लगभग 90 मैच खेले। तेज़, रचनात्मक और दूर से गोल करने में माहिर। डिफेंडर्स के लिए हमेशा खतरा।
क्लेइटन सिल्वा
बेंगलुरु FC और ईस्ट बंगाल FC के लिए खेले। कुल 36 गोल कर ISL में सबसे ज्यादा गोल करने वाले ब्राज़ीली खिलाड़ियों में से एक। पोजिशनिंग और फिनिशिंग में माहिर।
डिएगो मॉरिसियो
ओडिशा FC के अटैकिंग लीडर। 2022-23 में गोल्डन बूट जीता और कुल 47 गोल किए। ताकत और तकनीक का शानदार मेल, जो किसी भी डिफेंस को तोड़ने में सक्षम रहे।
निष्कर्ष:
ब्राज़ीलियनों ने ISL में सिर्फ खेल नहीं खेला — उन्होंने अपनी रचनात्मकता, प्रतिबद्धता और करिश्मे से लीग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। यह ऑल-टाइम ब्राज़ीली XI न सिर्फ उनके योगदान को सम्मान देती है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा भी है।