नयी दिल्ली
भारतीय महिला दिव्यांग क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए पहले टी20 ब्लाइंड महिला विश्व कप का खिताब अपने नाम कर लिया। कोलंबो में खेले गए फाइनल में भारत ने नेपाल को सात विकेट से हराकर ट्रॉफी पर कब्ज़ा जमाया।
भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी चुनी और शानदार प्रदर्शन करते हुए नेपाल को 20 ओवर में 114/5 के स्कोर पर रोका। भारतीय गेंदबाज़ों ने शुरू से ही कसी हुई लाइन-लेंथ रखकर नेपाल को खुले शॉट नहीं खेलने दिए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने आक्रामक शुरुआत की और 10 ओवर में 100 रन बना लिए, जिससे मैच पूरी तरह भारत की पकड़ में आ गया।सलामी बल्लेबाज़ फूला सारन ने 27 गेंदों पर 44 रन की मैच-विजेता पारी खेली, जिसमें चार चौके शामिल थे। उनकी पारी की बदौलत भारत ने 13वें ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया।
करुणा के. ने भी 27 गेंदों पर 42 रन की अहम पारी खेली। उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए फूला सारन को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
जीत के बाद भारतीय कप्तान दीपिका टी.सी. ने कहा, “हम इस जीत पर बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं। टीम ने बेहद मेहनत की। हमारी टीम इतनी मजबूत है कि बाकी टीमें हमसे खेलने से डरती हैं। हम तो पुरुष टीम से खेलने के लिए भी तैयार हैं।”
भारत ने टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारा और पूरे अभियान में दबदबा बनाए रखा।भारत ने पहले मैच में श्रीलंका को हराया, फिर ऑस्ट्रेलिया को 57 रन से मात दी। पाकिस्तान के खिलाफ 136 रन का लक्ष्य भारत ने केवल 10.2 ओवर में हासिल कर लिया।
सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को नौ विकेट से हराया और फाइनल में नेपाल पर आसान जीत के साथ पहला ब्लाइंड महिला टी20 विश्व कप अपने नाम किया।