आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
भारत में महिला विश्व कप की शानदार सफलता के बाद आईसीसी ने शनिवार को ‘दुनिया भर में महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने और विस्तार देने’ के लिए आठ टीमों वाला एक नया वैश्विक टूर्नामेंट शुरू किया।
बैंकॉक में 20 से 30 नवंबर तक आयोजित होने वाले इसके शुरुआती सत्र को आईसीसी महिला इमर्जिंग नेशंस ट्रॉफी कहा जाएगा और यह उभरते हुए क्रिकेट देशों को बड़े मंच का अनुभव प्रदान करने के लिए शुरू किए गए एक नए त्रि-स्तरीय विकास प्रणाली का हिस्सा होगा।
इस प्रतियोगिता में थाईलैंड, नीदरलैंड, पापुआ न्यू गिनी, संयुक्त अरब अमीरात, स्कॉटलैंड, नामीबिया, तंजानिया और युगांडा की टीमें हिस्सा लेंगी।
हाल ही में संपन्न हुए महिला वनडे विश्व कप ने महिला क्रिकेट में एक नया मानदंड स्थापित किया, जिसमें टूर्नामेंट ने देश भर में 50 करोड़ से अधिक दर्शकों तक पहुंच बनाई और दुनिया भर में दर्शकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
आईसीसी ने एक बयान में कहा, ‘‘भारत और (सह-मेजबान) श्रीलंका में लगभग तीन लाख प्रशंसकों ने मैचों को (स्टेडियम में) देखा और इस आयोजन का समापन भारत द्वारा महिला क्रिकेट विश्व कप जीतने वाली पहली एशियाई टीम बनने के साथ हुआ। यह इस खेल के विकास और लैंगिक भूमिकाओं के सामाजिक और सांस्कृतिक संदर्भ में एक महत्वपूर्ण मोड़ था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस प्रतिष्ठित आयोजन से मिले असाधारण प्रोत्साहन के आधार पर आईसीसी महिला क्रिकेट के लिए एक स्थायी भविष्य बनाने में निवेश करना जारी रखे हुए है। महिला इमर्जिंग नेशंस ट्रॉफी उभरते देशों को बड़े मंच पर प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करने के लिए तैयार किए गए एक नए त्रि-स्तरीय विकास प्रणाली का हिस्सा है।’’
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजोग गुप्ता ने कहा कि यह नया टूर्नामेंट उभरते देशों को उच्चतम स्तर पर खेलने के अधिक अवसर प्रदान करेगा।
टूर्नामेंट की शुरुआत मेजबान थाईलैंड और नीदरलैंड के बीच तथा पापुआ न्यू गिनी और संयुक्त अरब अमीरात के बीच मैच से होगी।