लंदन।
इंग्लैंड के मशहूर क्रिकेट अंपायर हेरोल्ड "डिकी" बर्ड का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। चोट के कारण अपने प्रथम श्रेणी करियर के बीच में ही खेल से बाहर होने वाले बर्ड अपनी पीढ़ी के सबसे लोकप्रिय और सम्मानित अंपायरों में गिने जाते थे। उन्होंने 1973 से 1996 तक कुल 66 टेस्ट और 69 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग की, जिनमें तीन विश्व कप फाइनल भी शामिल हैं।
बर्ड ने अपनी खेल यात्रा यॉर्कशायर काउंटी चैंपियनशिप टीम के लिए शुरू की और बाद में क्लब के अध्यक्ष के रूप में सेवा दी। यॉर्कशायर ने उन्हें राष्ट्रीय धरोहर बताया और कहा, “डिकी बर्ड का 92 वर्ष की आयु में शांतिपूर्ण निधन हो गया। वह केवल अपनी उत्कृष्ट अंपायरिंग के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी हास्य भावना और सभी के प्रति सच्चे व्यवहार के लिए भी जाने जाते थे। उन्होंने खेल भावना, हास्य और आनंद की विरासत पीछे छोड़ दी है, जिसे आने वाली कई पीढ़ियाँ याद रखेंगी।”
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने भी अपनी संवेदना व्यक्त की और कहा कि बर्ड एक गौरवान्वित यॉर्कशायरवासी और बहुत प्रिय व्यक्ति थे, उनकी कमी हमेशा खलेगी।
डिकी बर्ड को क्रिकेट में उनके योगदान के लिए 1986 में एमबीई और 2012 में ओबीई से सम्मानित किया गया। मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने उन्हें खेल के इतिहास के सबसे लोकप्रिय अंपायरों में से एक बताया।
बर्ड ने अपना पूरा जीवन क्रिकेट को समर्पित किया। उन्होंने कभी शादी नहीं की और 2013 में द गार्जियन को बताया, “मैंने अपना जीवन क्रिकेट को दिया। मुझे इस खेल में अपनापन सा लग गया। यही मेरा परिवार और जीवन बन गया।”
डिकी बर्ड की हास्यपूर्ण शैली, निष्पक्ष अंपायरिंग और क्रिकेट के प्रति समर्पण उन्हें हमेशा यादगार बनाए रखेगा। उनके योगदान और खेल भावना को क्रिकेट प्रेमी लंबे समय तक याद रखेंगे।