दिल्ली फिल्म नीति के तहत फिल्म निर्माताओं के लिए चांदनी चौक और कनॉट प्लेस प्राथमिकता में

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 19-08-2025
Chandni Chowk and Connaught Place are priority for filmmakers under Delhi Film Policy
Chandni Chowk and Connaught Place are priority for filmmakers under Delhi Film Policy

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
राष्ट्रीय राजधानी में फिल्माई जाने वाली लगभग 95 प्रतिशत फिल्मों की शूटिंग चांदनी चौक और कनॉट प्लेस में होती है, लेकिन 2022 में लागू की गई दिल्ली फिल्म नीति के जरिए फिल्मकारों को शहर के अन्य ऐतिहासिक स्थलों की सिनेमाई खोज के लिए प्रोत्साहित करने का लक्ष्य है.
 
दिल्ली पर्यटन और परिवहन विकास निगम (डीटीटीडीसी) के एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि 2022 में दिल्ली फिल्म नीति के लागू होने के बाद से 2025 में अब तक 39 फिल्मों और वेब सीरीज़ की इसके नियमों के अंतर्गत शूटिंग की गई है.
 
उन्होंने बताया कि अक्षय कुमार की फिल्म “केसरी 2” की शूटिंग लाल किला, सुंदर नर्सरी और दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस में हुई, जबकि रानी मुखर्जी की “मर्दानी” की तीसरी कड़ी की शूटिंग भी दिल्ली में हो सकती है. ‘‘मर्दानी’’ में दक्षिण दिल्ली के चितरंजन पार्क की गलियों को दिखाया गया था.
 
दिल्ली आधारित लोकप्रिय वेब सीरीज “स्पेशल ऑप्स” और “पाताल लोक” में भी शहर के कई हिस्से प्रमुख रूप से नजर आए थे.
 
अधिकारी ने बताया कि 2025-26 में ‘ई-फिल्म क्लियरेंस पोर्टल’ के माध्यम से करीब 20 आवेदन मंजूर होने की उम्मीद है. इनमें से कम से कम 15 नए आवेदन 30 दिनों में मंजूर किए जाने की संभावना है। 2024-25 में पोर्टल को 10 आवेदन प्राप्त हुए थे.
 
‘ई-फिल्म क्लियरेंस’ प्रणाली को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के ‘इंडिया सिने हब’ से जोड़ने की योजना भी है और इस पहल के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रचार सामग्री जारी की जाएगी.
 
दिल्ली फिल्म नीति 2022 के तहत दिल्ली का एक पर्यटन स्थल के रूप में प्रचार-प्रसार करने के लिए पांच करोड़ रुपये का ‘दिल्ली फिल्म फंड’ स्थापित किया गया है। इसके तहत अब तक दो आवेदन परफॉर्मेंस-आधारित फंडिंग के लिए आए हैं। फिल्म सपोर्ट स्टाफ को भी प्रोत्साहन राशि देने की योजना है, जिसकी अंतिम राशि एक समिति तय करेगी.
 
अधिकारी ने कहा कि विरासत और आधुनिक ढांचे के अनूठे मेल और बेहतर समर्थन प्रणाली की वजह से दिल्ली धीरे-धीरे एक लोकप्रिय ‘फिल्म डेस्टिनेशन’ के रूप में उभर रही है.