मानव सेवा का जरिया है रक्तदान: ब्लड डोनर नज़िम हिन्दुस्तानी

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 15-06-2024
Blood donation is a means of serving humanity: Blood donor Nazim Hindustani
Blood donation is a means of serving humanity: Blood donor Nazim Hindustani

 

ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली 

रक्तदान महादान होता है ये बात हम सभी जानते हैं. खून का रंग सबका एक होता है जिसमें कोई भेदभाव नहीं होता और रक्तदान ही एकमात्र ऐसा साधन है जिसके द्वारा हम बिना किसी भेदवाव के एक दूसरे की मदद कर सकते हैं. ये कहना है फरीदाबाद के ब्लड डोनर नज़िम हिन्दुस्तानी का. 

लोगों के मन से ब्लड डोनेशन की भ्रांतियां निकालने और ब्लड डोनेशन को बढ़ावा देने के लिए हर साल 14 जून को वर्ल्ड ब्लड डोनर डे मनाया जाता है. ब्लड डोनर नज़िम हिन्दुस्तानी ने आवाज द वॉयस को बताया कि रक्तदान करना जाती, धर्म ,रंग, आदि को पीछे छोड़ केवल भाईचारे और प्यार का प्रतीक है.
 
ब्लड डोनर नज़िम हिन्दुस्तानी उत्तर प्रदेश के कानपूर से हैं और अब फरीदाबाद के निवासी हैं. नज़िम हिन्दुस्तानी पेशे से एक व्यापारी हैं. उन्होनें बताया कि वे कभी भी ब्लड डोनेट करने से पीछे नहीं हटते.
 
नज़िम हिन्दुस्तानी ने बताया कि जब भी कभी शहर में एनजीओ मिशन जागृति, रेडक्रॉस, या कोई भी सामाजिक संस्था द्वारा ब्लड डोनेशन केम्प का आयोजन किया जाता है. तो वे उसमें जरूर अपनी भागीदारी दर्ज कराते हैं. वे कहते हैं कि ब्लड डोनेट करना अपने आप में एक सुकून देता है कि आपने मानव सेवा में अपना खून का दान किया है. ये एक मानव सेवा का जरिया भी है. साथ ही रक्तदान करना मनुष्य के शरीर के लिए फायदेमंद भी होता है. रक्तदान करने से शरीर को कई तरह के भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं. 
 
नज़िम हिन्दुस्तानी गुप्तदान में यकीन करते हैं और यही कारण है कि वे रक्तदान करते हुए अपनी तस्वीर नहीं खिचवाते हैं. उन्होनें पहली बार 19 वर्ष की आयु में रक्तदान किया था जब उनके दोस्त का एक्सीडेंट हुआ था. अब नज़िम 25 वर्षों से लगातार रक्तदान कर रहे हैं. वे कहते हैं कि इस नेक काम से मुझे खुशी और संतुष्टि मिलती है. 
 
 
नज़िम हिन्दुस्तानी ने बताया कि समाज में रक्तदान के लिए जागरूकता अभियान जरूरी है ताकि लोग इस बारे में जागरूक हो सके और मिथ्या उन्हें न घेर पाए कि रक्तदान से शरीर को हानी होती है. वे कहते हैं कि समाज के एक जागरुक और जिम्मेदार नागरिक होने के नाते सभी को रक्तदान करना चाहिए. ब्लड डोनेशन यानी रक्तदान एक ऐसा महादान है जिससे किसी को नया जीवन मिल सकता है.
 
45 वर्षीय नज़िम हिन्दुस्तानी ने बताया कि उनकी बीवी रुकिया बानो भी अबतक तीन बार रक्तदान कर चुकी हैं. और वे भी साल में एक बार रक्तदान जरूर करते हैं. नज़िम की बहन और भांजी दोनों डॉक्टर हैं ऐसे में जब कभी भी किसी को रक्त की जरुरत होती है तो नज़िम खुशी-खुशी रक्तदान करते हैं बिना ये जाने कि सामने वाला कौन हैं.
 
नज़िम हिन्दुस्तानी कहते हैं कि वे कोई स्पेशल डाइट भी नहीं लेते बस जो नार्मल खान-पान है, वहीँ खाते पीते हैं. उनका मानना है कि जब कभी मनुष्य अपने खून का इस्तेमाल किसी नेक कार्य के लिए करता है तो ऊपर वाला उसे अपने आप एक नेचुरल पावर बक्शता है और उसे कोई कमजोरी महसूस नहीं होती. रक्तदान के बाद भी मनुष्य भली-भाती दौड़-भाग कर सकता है. नाजिम हिन्दुस्तानी का ब्लड ग्रुप 'ओ पॉजिटिव' है.
 
शारीरिक सिस्टम में सुधार करता है
 
रक्तदान करने के बाद, शरीर में सेल्स की संख्या कम हो जाती है, जिसके बाद नए सेल्स बनने शुरू होते हैं. यह निश्चित रूप से एक हेल्दी प्रोसेस है, जिसे करने के बाद व्यक्ति ठीक और फिट रह सकता है. रक्तदान के बाद शरीर में नए सिरे से खून बनना शुरू होते हैं, जो पूरे शरीर को तरोताजा कर देते हैं. इससे कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी खत्म हो जाती हैं.
 
ब्लड बैंक में पर्याप्त ब्लड का होना
 
खून की जरूरत केवल चोट लगने या दुर्घटना होने पर ही नहीं होती बल्कि रोगी को प्लाज्मा या प्लेटलेट्स के लिए भी इसकी जरूरत होती है. ऐसे में अगर ब्लड बैंक में पर्याप्त मात्रा में रक्त आसानी से उपलब्ध हो तो मरीजों को तुरंत इलाज मिल सकता है. इसलिए लोगों को नियमित रूप से रक्तदान करना चाहिए ताकि सही समय पर जरूरतमंदों को इसकी पर्याप्त उपलब्धता कराई जा सके.
 
 
वर्ल्ड ब्लड डोनर डे पर जानें शरीर के लिए कैसे फायदेमंद है रक्तदान

शारीरिक सिस्टम में सुधार 
 
तनाव कम होता है
 
भावनात्मक स्वास्थ्य में सुधार होता है
 
ब्लड डोनेशन के दौरान फ्री चेकअप से शारीरिक लाभ होता है
 
नेगेटिव भावनाओं से छुटकारा पाने में मदद मिलती है
 
एक स्वस्थ हृदय और संवहनी प्रणाली
 
अक्सर ब्लड डोनेट करने से ब्लड प्रेशर और दिल के दौरे का जोखिम कम हो सकता है
 
ब्लड डोनेशन के दौरान किन बातों का ध्यान रखें?
 
 
 
अगर आप ब्लड डोनेट करने के बारे में सोच रहे हैं, तो इन टिप्स को फॉलो करें:
 
खूब सारा पानी पिएं: हाइड्रेटेड रहने से नसों को ढूंढना आसान हो जाता है और खून देते वक्त या उसके बाद आपको कमजोरी के चलते चक्कर आने की संभावना कम होती है.
 
खाली पेट न रहें: ब्लड डोनेट करने के लिए जाने से पहले नाश्ता न छोड़ें. इसके अलावा रक्तदान के वक्त मिलने वाले स्नैक्स को भी जरूर खा लें. ये चीजें ब्लड डोनेट करते वक्त आपकी मदद करेंगी और बाकी दिनों के लिए भी आप अच्छा महसूस करेंगे.
 
ब्लड डोनेशन से पहले व्यायाम करें, बाद में नहीं: अगर आप फिटनेस फ्रीक हैं, तो ब्लड डोनेट करने से पहले अपना वर्कआउट सेशन पूरा कर लें. बाद में ऐसा करने से बचने की सलाह दी जाती है.
 
आयरन की गोलियां लें: अमेरिकन रेड क्रॉस सुझाव देता है कि जो लोग रक्तदान करते हैं वे अक्सर आयरन स्पलीमेंट्स या आयरन युक्त मल्टीविटामिन लें. टीनएजर्स को भी ब्लड डोनेट करने के बाद आयरन लेने की सलाह दी जाती है, क्योंकि ऐसा पाया गया है कि रक्तदान के बाद उनमें भी आयरन की कमी हो सकती है.
 
डोनर का हेल्थ चेकअप- रक्तदान से पहले डोनर की जांच की जाती है, जिसमें कोलेस्ट्रॉल, ऑयरन लेवल, हीमोग्लोबिन आदि की जांच की जाती है. अगर सब ठीक रहा तो डॉक्टर रक्तदान करने की अनुमति देते हैं और इस तरह आपकी भी जांच हो जाती है.