पाकिस्तान में श्रीलंकाई मैनेजर की मॉब लिंचिंग, देवबंदी उलेमा ने की निंदा

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 06-12-2021
देवबंदी उलेमा ने की निंदा
देवबंदी उलेमा ने की निंदा

 

एचएफ खान / देवबंद

पाकिस्तान के सियालकोट में शुक्रवार को एक श्रीलंकाई नागरिक की मॉब लिंचिंग पर प्रतिक्रिया देते हुए देवबंदी मौलवियों ने मामले की उच्च स्तरीय जांच और कार्रवाई की मांग की है.

भीड़ ने उस पर ईशनिंदा का आरोप लगाया और कानून को अपने हाथ में लिया.

दारुल उलूम जकारिया देवबंद के अधीक्षक मौलाना मुफ्ती मुहम्मद शरीफ खान कासमी ने घटना पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि दुनिया के किसी भी हिस्से में ऐसी अमानवीय घटनाएं नहीं होनी चाहिए.

मुफ्ती ने कहा कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सियालकोट में एक श्रीलंकाई नागरिक के साथ हुई घटना भी निंदनीय है, क्योंकि पाकिस्तान एक इस्लामी सरकार होने का दावा करता है और इस्लाम धर्म कभी भी मनुष्य द्वारा मनुष्य के उत्पीड़न की अनुमति नहीं देता है.

उन्होंने कहा कि पवित्र कुरान में, अल्लाह कहता है कि जिसने एक व्यक्ति को मार डाला, उसने पूरी मानवता को मार डाला.

मौलाना खान कासमी ने कहा कि दुनिया के शांतिप्रिय लोगों को इस सबसे खराब घटना की निंदा करनी चाहिए और उन्हें न्याय के लिए अपनी आवाज उठानी चाहिए, जिनके साथ अन्याय हुआ है, ताकि उनके परिवार को न्याय मिल सके और इस्लाम की सच्ची शिक्षा दुनिया के सामने आ सके.

पाकिस्तान के सियालकोट में एक श्रीलंकाई नागरिक की हत्या पर दारुल उलूम फारूकिया देवबंद के अधीक्षक मौलाना नूर-उल-हुदा कासमी बस्तावी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिना जांच के किसी को दोषी ठहराना उचित नहीं है.

उन्होंने पाकिस्तानी सरकार से श्रीलंकाई व्यक्ति की हत्या करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने का आह्वान किया.

दारुल उलूम अशरफिया देवबंद के अधीक्षक मौलाना सलेम अशरफ कासमी ने इस घटना को पाकिस्तान के लिए शर्मनाक करार दिया और कहा कि माब लिंचिंग की घटना से पता चलता है कि पाकिस्तान सरकार हर मोर्चे पर विफल हो रही है.

उन्होंने कहा कि ईशनिंदा के आरोप में किसी की हत्या का यह पहला मामला नहीं है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में ऐसी घटनाएं आम हैं. पाकिस्तान सरकार को दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि गैर-मुसलमानों के बीच सकारात्मक संदेश जा सके.