राकेश चौरासिया / नई दिल्ली
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने ताउते चक्रवात के बारे में आगामी दिनों का अनुमान जारी किया है. विभाग ने पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर से उठे अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान ताउते के बारे में गुजरात और दीव के तटों के लिए चक्रवात से भूस्खलन की चेतावनी और गुजरात और राजस्थान के लिए रेड आउटलुक नोटिस जारी किया है.
मौसम विभाग की वैज्ञानिक सुनीता देवी ने इन अनुमानों के बारे में गृह मंत्रालय के नियंत्रण कक्ष, एनडीएमए के नियंत्रण कक्ष, कैबिनेट सचिवालय, माननीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्री के निजी सचिव, एमओईएस के सचिव, मुख्यालय (एकीकृत रक्षा कर्मचारी और सीडीएस), दूरदर्शन के महानिदेशक, आकाशवाणी महानिदेशक, पीआईबी एमओईएस, डीजी राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), भारतीय रेलवे के निदेशक समयपालन, लक्षद्वीप द्वीप के प्रशासक के अलावा केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, दमन एवं दीव, दादरा एवं नगर हवेली और तमिलनाडु के मुख्य सचिवों को फैक्स द्वारा सूचित किया गया है.
अनुमानों में कहा गया है कि पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान ताउते लगभग 15 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा है.
पिछले 6 घंटे और आज 17 मई 2021 के 08.30 बजे आईएसटी को पूर्वी मध्य अरब सागर में अक्षांश 18.8एन और देशांतर 71.5ई के पास, मुंबई से लगभग 150 किमी पश्चिम में, 220 किमी पर केंद्रित है.
दीव के दक्षिण-दक्षिण पूर्व, वेरावल (गुजरात) से 260 किमी दक्षिण पूर्व और कराची (पाकिस्तान) से 490 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में है.
इसके उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 17 तारीख की शाम को गुजरात तट तक पहुंचने और पोरबंदर और महुवा (भावनगर जिला) के बीच गुजरात तट को पार करने की बहुत संभावना है.
17 मई की रात 20.00-23.00 बजे आईएसटी अधिकतम निरंतर हवा की गति 155-165 किमी प्रति घंटे से 185 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है.
पूर्वानुमान ट्रैक और तीव्रता निम्न तालिका में दी गई हैः
- कोंकण और इससे सटे मध्य महाराष्ट्रः 17 मई को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, भारी से बहुत भारी वर्षा और छिटपुट स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा.
18 मई को उत्तरी कोंकण में भारी बारिश.
- गुजरात, सौराष्ट्र, दीव और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और छिटपुट स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है.
17 मई को गुजरात क्षेत्र से सटे और गुजरात क्षेत्र में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी और 18 मई को सौराष्ट्र में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा.
इसी अवधि के दौरान कच्छ में भी भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है.
- राजस्थानः 18 तारीख को दक्षिण राजस्थान में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, भारी से बहुत भारी वर्षा और छिटपुट स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना.
19 मई को राजस्थान में छिटपुट स्थानों पर बहुत भारी वर्षा.
अगले छह घंटों के दौरान पूर्वी मध्य अरब सागर में हवा की गति 180-190 किमी प्रति घंटे से 210 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है.
17 तारीख को महाराष्ट्र तट के साथ-साथ 80-90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की संभावना है और उसके बाद धीरे-धीरे कम हो जाएगी.
आस-पास के पूर्वोत्तर अरब सागर में 90-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चल रही है. यह धीरे-धीरे बढ़कर 170-180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़कर 200 तक हो जाएगी.
17 तारीख की शाम से अगले 06 घंटे के लिएः
दक्षिण गुजरात और दमन और दीव तटों के साथ-साथ 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चल रही है. इसके और बढ़ने की संभावना है.
आंधी हवाओं की गति गुजरात तट (अमरेली, भावनगर) जूनागढ़, गिर सोमनाथ और 120-140 किमी प्रति घंटे से 185 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से, 155-165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से भरूच, आनंद, दक्षिण में 165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार.
गुजरात के देवभूमि द्वारका, जामनगर, पोरबंदर, राजकोट, मोरबी, खेड़ा जिलों में अहमदाबाद, बोटाद, 90-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आज रात से 18 तारीख की सुबह तक आंधी.
17 तारीख की शाम से 18 तारीख की सुबह तक दादरा, नगर हवेली, दमन, वलसाड, नवसारी, सूरत, सुरेंद्रनगर, जिलों में 80-90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है.
18 तारीख की सुबह तक पूर्व-मध्य और आसपास के उत्तर-पूर्व अरब सागर में समुद्र की स्थिति असाधारण होगी और उसके बाद धीरे-धीरे सुधार होगा.
अगले 12 घंटों के दौरान महाराष्ट्र तट के साथ-साथ समुद्र की स्थिति उच्च से बहुत अधिक होगी और उसके बाद सुधार होगा.
अगले 6 घंटों के दौरान दक्षिण गुजरात, दमन, दीव, दादरा और नगर हवेली के तटों पर और 18 तारीख की सुबह तक इसके उच्च स्तर पर रहने की संभावना है. इसमें धीरे-धीरे सुधार होगा.
खगोलीय ज्वार के ऊपर ज्वार की लहर के नीचे दिए गए विवरण के अनुसार तटीय क्षेत्रों के जलमग्न होने की संभावना हैः
आनंद और अमरेली, गिर सोमनाथ, दीव, भावनगर पर लगभग 3-4 मीटर, भरूच पर 2-3 मीटर, अहमदाबाद के दक्षिणी भाग, सूरत, नवसारी, वलसाड पर 1-2 मीटर, और 0.5-1 मीटर ऊपर लहरें उठ सकती हैं.
18 मई की दोपहर तक पूर्वी मध्य अरब सागर, पूर्वोत्तर अरब सागर और गुजरात, दमन, दीव, दादरा और नगर हवेली तटों पर मछली पकड़ने के संचालन का पूर्ण निलंबन रहे.
मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे पूर्व-मध्य अरब सागर में महाराष्ट्र-गोवा तटों के साथ-साथ और गुजरात, दमन, दीव के साथ-साथ पूर्वोत्तर अरब सागर में न जाएं.
दादरा और नगर हवेली तट 18 मई की दोपहर तक.
जो लोग उत्तरी अरब सागर के ऊपर समुद्र में हैं, उन्हें तट पर लौटने की सलाह दी जाती है.
फूस के घरों का पूर्ण विनाश / कच्चे घरों को व्यापक क्षति. पक्के मकानों को कुछ नुकसान. उड़ने वाली वस्तुओं से संभावित खतरा.
बिजली और संचार के खंभों का झुकना / उखाड़ना.
कच्ची और पक्की सड़कों को भारी नुकसान. बचने के रास्तों में बाढ़. रेलवे, ओवरहेड पावर लाइन और सिग्नलिंग सिस्टम में मामूली व्यवधान.
खड़ी फसलों को व्यापक नुकसान. झाड़ीदार वृक्षों का गिरना.
छोटी नावें, देशी शिल्प मूरिंग से अलग हो सकते हैं.
दृश्यता बुरी तरह प्रभावित.
गुजरात के अहमदाबाद जिले, दमन, दादरा और नगर हवेलीः
फूस के घरों / झोपड़ियों को भारी नुकसान. छत के टॉप उड़ सकते हैं. धातु की कमजारे चादरें उड़ सकता है.
बिजली और संचार लाइनों को मामूली क्षति हो सकती है.
कच्ची और पक्की सड़कों को नुकसान हो सकता है. बचने के रास्तों में बाढ़ आ सकती है.
पेड़ की शाखाओं को टूटना, गली के बड़े पेड़ों को उखाड़ना संभव है. केले और पपीते के पेड़ों को मध्यम क्षति हो सकती है.
तटीय फसलों को बड़ा नुकसान हो सकता है.
तटबंधों / नमक पैन को नुकसान हो सकता है.
संवेदनशील क्षेत्रों में निकासी करें.
मछली पकड़ने के संचालन का पूर्ण निलंबन हो.
रेल और सड़क यातायात का विवेकपूर्ण विनियमन किया जाए.
प्रभावित क्षेत्रों के लोग घर के अंदर रहें.
लैंडफॉल के बाद सिस्टम के पूरे गुजरात में उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर फिर से मुड़ने और धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है. तब तक चक्रवाती तूफान की तीव्रता बने रहने की संभावना है.
18 मई की शाम और उसके बाद यह दक्षिण राजस्थान के ऊपर धीरे-धीरे कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल जाएगा.
इसके प्रभाव में, गुजरात के आंतरिक जिलों में 17 तारीख तक अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
18 मई को दोपहर और दक्षिण राजस्थान में 18 मई को.
18 मई को गुजरात के आंतरिक जिलों (चेतावनी के तहत उल्लिखित जिलों के अलावा) पर नुकसान की आशंका है.
बिजली और संचार लाइनों को मामूली क्षति.
कच्ची और पक्की सड़कों को कुछ नुकसान.
पेड़ की डालियों का टूटना और छोटी शाखाओं का उखाड़ना
केले और पपीते के पेड़ों को नुकसान.
प्रभावित क्षेत्रों के लोग घर के अंदर रहें.
म्यांमार द्वारा चक्रवात को ताउते नाम दिया गया है. बर्मी भाषा में इसका अर्थ है ‘गेको’ यानि एक बड़ी छिपकली.
#CycloneTauktae will hit Indian coasts soon. Do you know what it’s name means. ‘Tauktae' (pronounced as Tau’Te), a name given by #Myanmar, means highly vocal lizard #GECKO.
— Parveen Kaswan, IFS (@ParveenKaswan) May 15, 2021
The cyclone names are given by countries on rotation basis in region.@mcbbsr pic.twitter.com/AakbZva8gr
चक्रवातों का नामकरण विश्व मौसम विज्ञान संगठन / संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग एशिया और प्रशांत के पैनल ऑन ट्रॉपिकल साइक्लोन द्वारा किया जाता है.
भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, पाकिस्तान, मालदीव, ओमान, श्रीलंका, थाईलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन सहित पैनल के तेरह देश इस क्षेत्र में चक्रवातों का नामकरण करते हैं.