लीजिए जनाब, अब ‘वैक्सीन’ और ‘क्वारंटाइन’ टूरिज्म भी शुरू हो गया

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 20-05-2021
लीजिए जनाब, अब ‘वैक्सीन’ और ‘क्वारंटाइन’ टूरिज्म भी शुरू हो गया
लीजिए जनाब, अब ‘वैक्सीन’ और ‘क्वारंटाइन’ टूरिज्म भी शुरू हो गया

 

मलिक असगर हाशमी /नई दिल्ली

कोरोना ने देश में कुछ ऐसा आफत मचा रखा है कि रूस सहित कई देश भारत में ‘आपदा में अवसर’ खोजने लगे हैं. इसके मद्देनजर  ऐसे देशों ने भारत में ‘वैक्सीन और क्वारंटाइन टूरिज्म’ शुरू कर दिया है. वैक्सीन टूर पर तो भारत के 30 डॉक्टरों का एक दल माॅस्को के लिए रवाना भी हो चुका है.
 
राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में कॉरपोरेट कंपनियों के लिए काम करने वाली एक टूरिस्ट कंपनी के मालिक बीएन लाल कहते हैं,’’ माॅस्को एयरलाइन्स और रूस के होटलों ने मिलकर वैक्सीन टूरिज्म शुरू किया है.’’
 
इस पैकेज में यात्री को एक लाख 30 हजार रुपये अदा करने होंगे. इसके अलावा 10 हजार रुपये अलग से वीजा फीस देना होगा. ‘वैक्सीन टूरिज्म पैकेज’ में 24 दिन की माॅस्को एवं सेंट पीटर्सबर्ग की यात्रा होगी. साथ में स्पूनिक-वी के दो डोज एवं कुछ दिनों का साइड सीन भी शामिल है. पैकेज में ही होटल, हवाई यात्रा किराया, निडर, ब्रेकफास्ट भी सहूलियत मिलेगी.
 
मजे कि बात है कि ’वैक्सीन टूरिस्ट’ के यात्रियों को रूस में किसी तरह की पाबंदी नहीं झेलनी होगी. 
 
रूस के अलावा कुछ और ऐसे देश हैं, जिन्होंने भारत में कोरोना के भयानक विस्तार के बावजूद अपने यहां आने पर पाबंदी नहीं लगाई है. वहां की हवाई यात्रा के लिए केवल  कोरोना निगेटिव होना काफी है. अन्यथा गल्फ, अमेरिकी, यूरोपीय देश, बांग्लादेश सहित कई देशों ने अपने यहां भारतीयों के आने पर पाबंदी लगा रखी है.
 
‘वैक्सीन टूर’ पर रूस जाने वालों को क्वारंटाइन  नहीं किया जाएगा. हालांकि, इस बारे में बीएन लाल कहते हैं,‘‘चूकि इस विशेष टूर पर जाने वाले एक ही जगह, एक ही होटल में रहते हैं, इसलिए वह एक तरह का आइसोलेशन जैसा ही है.’’
 
बहरहाल, ‘वैक्सीन टूर’ के लिए भारत से एक दल 15 मई को रूस के लिए रवाना हो चुका है. बीएन लाल ने बताया कि इस दल में सभी गुरुग्राम के डॉक्टर हैं. इसी तरह अगले टूर के लिए दिल्ली के 29 डॉक्टरों ने बुकिंग कराई है, जो 25 मई के बाद रवाना होंगे. जबकि जून के लिए भी बुकिंग शुरू हो चुकी है.
 
बीएन लाल के मुताबिक, पिछले एक वर्ष से पर्यटन का कारोबार ठप है. ऐसे में कारोबार को बढ़ाने के लिए विकल्प के तौर पर ‘वैक्सीन टूरिज्म’ शुरू किया गया है. ऐसे पैकेज सरकार, एयरलाइन्स और होटलों की सहमति से तैयार होते हैं. युवाओं को यह पैकेज खूब भाएगा. वह पिछले एक साल से बाहर नहीं निकल पाए हैं.
 
उन्होंने बताया कि जब भी कोई देश कोई नया टूरिस्ट पैकेज तैयार करता है, संबंधित देश के अधिकृत एजेंटों तक सूचना पहुंचा दी जाती है. हालांकि उन्होंने अब तक ‘वैक्सीन टूरिज्म’ के लिए कोई बुकिंग नहीं कराई, पर उन्हें भी इसकी अधिकृत जानकारी मिल चुकी है.’’
 
बताते हैं कि ऐसा ही टूरिस्ट पैकेज अमेरिका में फाइजर कंपनी के साथ मिलकर तैयार किया जा रहा है. स्पूतनिक-वी और फाइजर की वैक्सीन कोरोना के लिए अधिक कारगर मानी जाती है. इसलिए उम्मीद की जा रही है कि देश में वैक्सीन की किल्लत और इसकी मारक क्षमता को देखते हुए अधिक संख्या में लोग टीकाकरण के लिए विदेश का रुख करेंगे.
 
दिल्ली की एक बड़ी टूरिज्म कंपनी के लिए एयर टिकटिंग का काम करने वाले रूमी कहते हैं, फिलहाल रूस के लिए सारी बूकिंग राजधानी की एक कंपनी कर ही है. 
 

क्वारंटाइन पैकेज भी


‘वैक्सीन टूरिज्म’ ही नहीं विदेशों के लिए ‘क्वारंटाइन पैकेज’भी शुरू हो गया है. भारत में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए बहुत सारे देशों ने अपने यहां भारतीयों के आने पर पाबंदी लगा रखी है. मगर विशेष तरीके से तमाम बंदिशों के बावजूद भारतीयों को उन देशों में प्रवेश मिल सकता है.
 
इस बारे में गुरुग्राम की एक टूरिस्ट कंपनी के स्वामी बीएन लाल ने दुबई का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां अभी भारतीयों के प्रवेश पर पाबंदी है. इसके बावजूद यदि भारत का कोई नागरिक वहां जाना चाहता है तो उसके लिए क्वरंटीन पैकेज सुलभ है.
 
ऐसे यात्रियों को पहले पड़ोसी नेपाल के किसी होटल में 14 दिनों तक क्वरंटीन रखा जाएगा. उसके बाद नेपाल एयरलाइन्स से उसे दुबई तक पहुंचा दिया जाएगा. इस बीच हवाई जहाज के टिकट के साथ होटल का सारा खर्च भी यात्रियों को ही वहन करना होगा.
 
उन्होंने बताया कि देश में कोरोना के फैलाव से जो लोग अधिक खौफजदा हैं या घरों में बंद रहकर ऊब चुके हैं. तमाम बंदिशों से निकलना चाहते हैं. वे क्वारंटाइन पैकेज पर दूसरे देश की  यात्रा पर निकल रहे हैं.