नई दिल्ली. चिकित्सा विशेषज्ञों ने रमजान और नवरात्र में उपवास रखने वालों को अत्याधिक सावधान रहने की सलाह दी है. विशेषकर उन लोगों को जो किसी बीमारी से पीड़ित हैं या कोरोना वाॅयरस का कोई मरीज परिवार में है अथवा उनके इलाके में अत्यधिक गर्मी पड़ रही है.
रमजान का पहला रोजा और नवरात्र का दूसरा व्रत दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में तपिश की हालत में रखा गया. ऐसे में समय के साथ और गर्मी बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. साथ ही देश में कोरोना वायरस का प्रकोप भी रौद्ररूप ले चुका है. कई लोगों के परिवार में कोरोना के मरीज हैं.
ऐसे में डाॅक्टरों ने रोजेदारों और व्रत रखने वालों को विशेष सावधानी रखने की सलाह दी है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी देते हुए कहा कि रोजेदारों को सेहारी और इफ्तार में संतुलित आहार लेना चाहिए. दिल्ली सफदर जंग अस्पताल की गाइनाक्लाॅजिस्ट डाॅक्टर शाईनी नगमा ने कहा कि रोजेदारों और व्रतियों को तली हुई चीजों से परहेज रखना चाहिए.
गर्म और शुष्क मौसम में उपवास करने से शरीर में पानी और चीनी की कमी हो जाएगी. ऐसे में ऐसे आहार का सेवा करें जिससे दोनों की कमी शरीर में न रहे. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सेहरी और इफ्तारी में खजूर, दूध, दही, छाछ और फलों का अधिक उपयोग किया जाना चाहिए. इसका सेवा व्रती भी करें और कम से कम 6 घंटे की नींद जरूर लें.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, उच्च रक्तचाप और मधुमेह वाले लोग अपने डॉक्टर से पूछकर उपवास करें. ऐसे में शरीर कमजोर पड़ने पर कोरोना का हमला हो सकता है.