बांस कला मार्कीबुल इस्लाम के लिए बन गई अच्छी कमाई का जरिया

Story by  दयाराम वशिष्ठ | Published by  [email protected] | Date 16-02-2024
मार्कीबुल इस्लाम आज बांस कलां में कमा रहा है लाखों रुपये
मार्कीबुल इस्लाम आज बांस कलां में कमा रहा है लाखों रुपये

 

दयाराम वशिष्ठ

असम के जंगलों में बचपन में उछल कूद करने वाले मार्कीबुल इस्लाम की गिनती आज अच्छे शिल्पकारों मेंहोती है.बांस से हैंगिंग, स्टैंड लैंम्प, पानी की बोतल, पैन स्टैंड, पानी का मग, लेटर बॉक्स समेत दर्जनों मनमोहक डिजाइन में आयटम बनाकर न केवल अपनेपरिवार का गुजर बसर कर रहे है, अपितु उनके हाथ से बने आयटम की बाजार में खूब मांग है.

एक समय था, जब उन्हें दिन भर में मजदूरी करने पर मुश्किल से 50 रूपये मिलते थे.आज कारोबार इतना फल फूल रहा है कि किसी भी मेले में अच्छा नाम कमा रहे हैं. 

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अच्छे अच्छे डिजाइन बनाकर कर रहे मां बाप की सेवा

मार्कीबुल इस्लाम का कहना है कि उसकी मम्मी मनुबारा बेगम व पिता अब्बास अली असम के जंगलों में बांस काट उनके छोटे छोटे टूकडे करने का काम करते थे.उस समय वह बांस के जंगलों में उछलकूद किया करते थे.धीरे धीरे वह भी बांस का काम करने लगे.बाद में गेाहावटी के समीप बांस के पीस काटने की मजदूरी शुरू की.

 इसके बाद बांस से प्लाई बोर्ड बनाने का काम शुरू किया.धीरे धीरे 20रूपये प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी मिलने लगी.15साल की उम्र से बांस से आयटम बनाने शुरू कर दिया.इसके बाद वह मेले में कारीगर के रूप में कारोबारियों के साथ जाते रहे.

इससे प्रति महीने के हिसाब से वेतन मिलता रहा.मेहनत रंग लाई.मद्रास, केरल, हैदराबाद व दिल्ली में जाने का मौका मिला.वह साल में लाखों रूपये की कमाई कर कर रहे हैं .इससे वह अब मां बाप की सेवा करते हुए पूरे परिवार का गुजर बसर कर रहे हैं.

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मेहतन  से मंजिल की जा सकती है हांसिल

मार्कीबुल इस्लाम ने बताया, “अगर इंसान ईमानदारी के साथ मेहनत करे तो कोई भी मंजिल आसान हैं.कभी सोचा भी नहीं था कि वह आसाम के जंगलों से बाहर निकलकर दिल्ली या सूरजकुंड जैसे अंतरराष्ट्रीय मेल में अपनी पहचान बना सकेंगे.आज उनकी डिजाइन लोग खूब पसंद करते हैं.उनके परिवार में 3भाई व 5बहन है.सभी भाई मिलकर काम धंधे में हाथ बंटाते हैं.

बांस के आयटम की बढ रही मांग

समृद्ध व प्राचीन हस्तकला कलाओं में से एक बांस कला है. घरों और रेस्टोरेंट व होटलों को आकर्षक व डिजाइन दार बनाने के लिए इन दिनोंइसका सर्वाधिक क्रेज में है.बांस से बने सुंदर डिजाइनों की झलक कहीं भ्री देखने को मिल सकती है.तेलंगाना, आध्रप्रदेश,तमिलनाडु व असम में बांस कला का विशेष महत्व है.

असम के लोगों द्वारा बांस के बने आइटम के साथ सोफा सेट ,कुर्सी और मेज बेहद पसंद आ रही हैं .असम के कारीगर मार्कीबुल का कहना है कि गर्मियों में बांस के आयटम की डिमांड ज्यादा होती है.बांस ठंडा होता है.गर्मी से निजात दिलाने का काम करता है.बांस एक बहुउपयोगी कच्ची सामग्री है.यह असम की जीवनशैली तथा अर्थव्यवस्था का अभिन्न हिस्सा है.

वहां बांस का यह कार्य घरेलू उद्योग की तरह है.किसी यांत्रिक उपकरण का प्रयोग नहीं किया जाता.बेंत तथा बांस के उत्पादों का प्रयोग विभिन्न प्रयोजनों के लिए किया जाता है.इनका प्रत्येक घर में व्यापक उपयोग है.

इस उद्योग ने राज्य के हस्तशिल्प में अपना एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया है.यह कृषकों को उनके खाली समय में अल्पकालीन रोजगार उपलब्ध कराता है.अत्यधिक कुशल कारीगरों को पूर्णकालिक रोजगार उपलब्ध कराता है.व्यावसायिक आधार पर सुंदर सजावटी टोकरियाँ, फर्नीचर और चटाइयाँ बनाते हैं.

असम में बांस की 51प्रजातियाँ उगती हैं.इनका प्रयोग विविध प्रयोजनों, मुख्य रूप से भवनों, फर्नीचर और यंत्रों के लिए किया जा रहा है.कुछ अनुसंधान केन्द्रों में हल्की कंक्रीट की संरचनाओं में हल्की इस्पात छड़ियों को प्रतिस्थापित करने,सुदृढीकरण के लिए बांस की उपयुक्तता के संबंध में अध्ययन किए जा रहे हैं.

बांस का प्रयोग छातों के हैंडल, चलने की छड़ियों, उपकरणों के हैंडल, मछली पकड़ने की छड़ियों, टेंट के खंभों, रस्सियाँ, सीढ़ियाँ, योक, टोकरियाँ, खिलौने, हाथ पंखे और विभिन्न घरेलू तथा कृषि उपकरण बनाने में किया जाता है.इन सभी वस्तुओं को छोटी मशीनों के साथ कुटीर तथा लघु-स्तर पर उत्पादित किया जा सकता है.

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बांस से सुंदर डिजाइन में बनाई पानी की बोतल

बांस से अलग अलग सुंदर डिजाइनों में पानी की बोतल बनाई गई है, जिन्हें हर मेले में दर्शक खूब पसंद करते हैं.स्वास्थ्य के लिहाज से इस बोतल का पानी काफी लाभदायक माना जाता है.

प्लास्टिक व अन्य धातु की बोतल की अपेक्षा बांस की बोतल में रखा पानी शुद्ध माना जाता है.कारीगर मार्कीबुल का कहना है कि बांस की बोतल की सेल अच्छी है.इसके अलावा उनके हाथ से बने करीब 20आयटम ऐसे हैं, जो उनके हाथों हाथ बिकते हैं.

यू टयूब का सहारा लेकर नए डिजाइन की खोज

उनकी कोशिश यह रहती है कि ग्राहकों की मनपसंद नया आयटम तैयार किया जाए. इसे लेकर वह यू टयूब सहारा लेकर नए डिजाइन के बांस में आयटम तैयार किया जाता है.

सजावट के ज्यादा आयटम

अब बांस के आयटमों को घरों को सजाने के हिसाब से बनाया जा रहा है, जिनकी मांग काफी अच्छी है.इनमें हैंगिंग लैम्प, टेबल लॅम्प समेत काफी आयटम ऐसे हैं, जो घरों में लगे काफी अच्छे लगते हैं.

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