आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (जेडएसआई) के वैज्ञानिकों ने भारत में युन्नान कीलबैक सांप की मौजूदगी की पहली बार पुष्टि की है।
युन्नान कीलबैक (फाउलीया युन्नानेंसिस) एक विषहीन सांप है जो एशिया के विभिन्न भागों में पाया जाता है तथा उपोष्णकटिबंधीय जंगलों, आर्द्रभूमियों और चावल के खेतों में पाया जाता है।
जेडएसआई ने सोमवार को एक बयान में कहा कि ऐतिहासिक संग्रहों की हाल में अवलोकन के दौरान, जेडएसआई के सरीसृप अनुभाग के शोधकर्ताओं सुमिध रे, अनिरबन दास और प्रत्यूष महापात्रा ने 1868 के युन्नान अभियान में प्रसिद्ध प्रकृतिवादी डॉ. जॉन एंडरसन द्वारा एकत्र किए गए मूल नमूनों में से एक की पहचान की।
एंडरसन ने 1879 में एशियाटिक सोसाइटी ऑफ बंगाल के भारतीय संग्रहालय में जमा किए गए तीन नमूनों के आधार पर ‘युनानेंसिस’ का वर्णन किया था, जिन्हें बाद में जेडएसआई (वाउचर संख्या जेडएसआई-आर-4191, 4192, 4196) को हस्तांतरित कर दिया गया था।
इन मूल नमूनों में से एक को अब अनुसंधान दल द्वारा औपचारिक रूप से "लेक्टोटाइप" नाम दिया गया है।