पश्चिम रेलवे की लोकल ट्रेनों को मिलेगा स्वदेशी 'कवच' सुरक्षा सिस्टम

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 04-08-2025
Western Railway's local trains will get indigenous 'Kavach' security system
Western Railway's local trains will get indigenous 'Kavach' security system

 

मुंबई

दुनिया के सबसे व्यस्त उपनगरीय रेल नेटवर्कों में से एक मुंबई की पश्चिम रेलवे की लोकल ट्रेनों को स्वदेशी ‘कवच’ (Kavach) सुरक्षा प्रणाली से लैस किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, यह प्रणाली अगले वर्ष के अंत तक पूरी तरह लागू हो जाएगी।

‘कवच’ एक अत्याधुनिक स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (ATP) प्रणाली है, जो ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत विकसित की गई है। यह वर्तमान में दिल्ली-मुंबई सहित देश के कई प्रमुख रेल मार्गों पर स्थापित की जा रही है।

किसे बदलेगा ‘कवच’?

फिलहाल पश्चिम रेलवे की लोकल ट्रेनों में ऑक्सिलरी वॉर्निंग सिस्टम (AWS) का उपयोग किया जा रहा है, जो चालक को आगे के सिग्नल की चेतावनी देने के लिए एक श्रव्य अलार्म देता है। इसमें स्पीड मॉनिटरिंग और ब्रेकिंग सहायता जैसे फीचर्स भी हैं।

एक अधिकारी के अनुसार:

“AWS पैनल में अलार्म, सतर्कता बटन और लाल, पीली व नीली लाइट्स होती हैं। यदि अलार्म बजता है और मोटरमैन 4 सेकंड के भीतर बटन नहीं दबाता, तो ब्रेक अपने आप लग जाते हैं और ट्रेन पूरी तरह रुकने तक लॉक हो जाती है।”

हालांकि, रेलवे अधिकारियों का कहना है कि AWS की सीमित स्वचालित क्षमताएं और मैन्युअल प्रतिक्रिया पर निर्भरता, इसे दुर्घटनाओं को रोकने में प्रभावी नहीं बनाती — खासकर जब कोई ट्रेन खतरे वाले सिग्नल को पार कर जाती है (SPAD)।

‘कवच’ के प्रमुख फायदे:

  • ऑटोमैटिक ब्रेकिंग: रेड सिग्नल के उल्लंघन पर ब्रेक अपने आप लग जाएंगे

  • इन-कैब सिग्नलिंग: धुंध या कम दृश्यता में भी सुरक्षित संचालन

  • रियल टाइम कम्युनिकेशन: ट्रेन और सिग्नलिंग स्टेशन के बीच निरंतर संपर्क

  • संघर्ष की रोकथाम: सामने से या पीछे से टकराव की स्थिति को रोकना

  • तेज़ आपातकालीन प्रतिक्रिया: ब्रेकिंग और स्पीड मॉनिटरिंग हमेशा सक्रिय

पश्चिम रेलवे की योजना

पश्चिम रेलवे के अनुसार, चर्चगेट-विरार-दहाणू खंड पर रोजाना 1,400 से अधिक उपनगरीय ट्रेन सेवाएं संचालित होती हैं और इसमें 110 इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट्स (EMUs) शामिल हैं। रोजाना 30 लाख से अधिक यात्री इस नेटवर्क पर सफर करते हैं।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया:“कवच सिस्टम लागू करने का कार्य शुरू हो चुका है। अगले साल के अंत तक सभी लोकल ट्रेनों और मुख्य रेल इंजनों में कवच लगाया जाएगा। यह सुरक्षा के स्तर में एक बड़ा सुधार है।”

कब और कहां होगा लागू?

पश्चिम रेलवे ने 2,358 रूट किलोमीटर पर कवच लगाने की योजना बनाई है। मुंबई-अहमदाबाद मार्ग पर इसे वर्तमान वित्तीय वर्ष के अंत तक शुरू किया जाएगा।

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, विनीत अभिषेक ने कहा:“कवच रेलवे सिग्नलिंग प्रणाली को आधुनिक बनाने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में बड़ा योगदान देगा। इससे सेवाओं की कार्यक्षमता और भरोसेमंद संचालन को भी बढ़ावा मिलेगा।”

इस प्रणाली के लागू होने से मुंबई की लोकल ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा कई गुना बढ़ जाएगी और ह्यूमन एरर के कारण होने वाली दुर्घटनाएं काफी हद तक रोकी जा सकेंगी।