बेंगलुरु. भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सांसद तेजस्वी सूर्या ने बुधवार को वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर विचार कर रही संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के अध्यक्ष जगदंबिका पाल को पत्र लिखकर कर्नाटक के विजयपुरा के किसानों को समिति की अगली बैठक में आमंत्रित करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि किसानों का उनकी जमीन को लेकर वक्फ के साथ विवाद चल रहा है, जिसके समाधान के लिए बैठक में उनका शामिल होना जरूरी है.
सांसद तेजस्वी सूर्या ने पत्र में जेपीसी के काम की तारीफ की. उन्होंने कहा, “आपके सक्षम नेतृत्व में समिति द्वारा इस विधेयक पर जो व्यापक कार्य चल रहा है, वह सराहनीय है. मैं समिति के एक सदस्य के रूप में उन हितधारकों को विधेयक के विभिन्न दृष्टिकोणों को जानने और समझने के लिए आमंत्रित करने में हर्षित महसूस कर रहा हूं.”
सांसद ने हाल ही में विजयपुरा जिले और उसके आस-पास के क्षेत्रों के किसानों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की, जो कि लगभग एक सदी से अपनी जमीन पर खेती कर रहे हैं. उनके पास 1920 और 1930 के दशकों के दस्तावेज और रिकॉर्ड हैं, जो उनकी भूमि के स्वामित्व को प्रमाणित करते हैं.
उन्होंने यह भी बताया कि पिछले कुछ महीने में कई किसानों की जमीन को बिना किसी ठोस सबूत या स्पष्टीकरण के वक्फ संपत्ति घोषित करने के नोटिस मिले हैं. यह स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक है, क्योंकि अकेले उनके गांव में लगभग 1,500 एकड़ जमीन को इस तरह से वक्फ संपत्ति के रूप में नामित किया गया है.
तेजस्वी सूर्या ने किसानों के दावों का जिक्र करते हुए कहा कि इन नोटिसों के अलावा, कुछ भूमि के लिए कानून की उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना आरटीसी, पिहानी और उत्परिवर्तन रजिस्टरों में बदलाव किए गए हैं. उन्होंने अध्यक्ष से अनुरोध किया कि प्रभावित किसानों के प्रतिनिधिमंडल को समिति के समक्ष गवाह के रूप में उपस्थित होने के लिए आमंत्रित किया जाए, ताकि उनकी चिंताओं और मुद्दों को सही तरीके से सुना और समझा जा सके.
इस पत्र के माध्यम से, तेजस्वी सूर्या ने किसानों की समस्याओं को उजागर किया है और यह दर्शाया है कि वे उनकी आवाज संसद में उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
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