नई दिल्ली. 1989 बैच के आईएफएस अधिकारी विक्रम मिस्री ने सोमवार को अगले विदेश सचिव के रूप में कार्यभार संभाल लिया. उन्होंने विनय मोहन क्वात्रा की जगह ली है. विदेश मंत्रालय ने एक्स पर पोस्ट किया, "टीम एमईए विदेश सचिव मिस्री का गर्मजोशी से स्वागत करता है और उनके सफल कार्यकाल की कामना करता है."
सरकार ने 28 जून को मिस्री की नियुक्ति की घोषणा की थी. क्वात्रा का सेवा विस्तार 12 मार्च को स्वीकृत हुआ था और 14 जुलाई को समाप्त हो गया. साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में मिस्री का कार्यकाल भी कम कर दिया गया.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा था, "विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में उनके समर्पण और कई योगदानों के लिए निवर्तमान विदेश सचिव विनय क्वात्रा को धन्यवाद."
उन्होंने कहा, "खासकर पिछले दशक में उन्होंने हमारी कई प्रमुख नीतियों की रणनीति बनाने और उन्हें क्रियान्वित करने में मदद की है. भविष्य के लिए शुभकामनाएं."
डिप्टी एनएसए बनने से पहले, मिस्री ने गलवान घाटी संकट के दौरान 2019 से 2021 तक चीन में भारत के राजदूत के रूप में कार्य किया.
इसके अलावा, मिस्री इससे पहले स्पेन (2014-2016) और म्यांमार (2016-2018) में भारत के राजदूत के रूप में काम कर चुके हैं. साथ ही पाकिस्तान, अमेरिका, जर्मनी, बेल्जियम और श्रीलंका सहित कई देशों के मिशन में भी जिम्मेदारी निभा चुके हैं.
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