केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने अजमेर शरीफ यात्रा से पहले निज़ामुद्दीन दरगाह पर चादर चढ़ाई

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 03-01-2025
Union Minister Kiren Rijiju offers 'chadar' at Nizamuddin Dargah ahead of Ajmer Sharif visit
Union Minister Kiren Rijiju offers 'chadar' at Nizamuddin Dargah ahead of Ajmer Sharif visit

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली 
 
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 813वें उर्स के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से चादर चढ़ाने के लिए अजमेर शरीफ दरगाह जाने से पहले अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने शुक्रवार को दिल्ली में निजामुद्दीन औलिया दरगाह जाकर अपनी जियारत की. केंद्रीय मंत्री के साथ भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी भी दरगाह पर चादर चढ़ाने के लिए गए. 
 
रिजिजू ने पत्रकारों से बातचीत में बताया, "प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दी गई चादर चढ़ाने के लिए अजमेर शरीफ रवाना होने से पहले मैंने सोचा कि पहले निजामुद्दीन दरगाह जाना अच्छा रहेगा, इसलिए मैं आज यहां आया हूं. मैंने सभी के लिए, भविष्य के लिए दुआ मांगी." रिजिजू ने कहा कि वह देश में भाईचारे और शांति पर प्रधानमंत्री मोदी का संदेश लेकर अजमेर शरीफ जा रहे हैं और उन्होंने पुष्टि की कि वह शनिवार को सुबह 11 बजे अजमेर शरीफ में प्रधानमंत्री मोदी की ओर से चादर चढ़ाएंगे. 
 
उन्होंने कहा, "हम प्रधानमंत्री मोदी के भाईचारे और देश में शांति के संदेश के साथ वहां जा रहे हैं... कल सुबह 11 बजे हम अजमेर शरीफ में प्रधानमंत्री मोदी की ओर से चादर पेश करेंगे." इससे पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू को एक चादर सौंपी, जिसे 13वीं सदी के सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के अवसर पर अजमेर शरीफ दरगाह पर पेश किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी की ओर से दरगाह पर चादर पेश करेंगे. 
 
यह चादर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के अवसर पर अजमेर शरीफ दरगाह पर पेश की जाएगी. प्रधानमंत्री मोदी इस अवसर पर हर साल दरगाह पर चादर भेजते रहे हैं. प्रधानमंत्री बनने के बाद से मोदी ने अजमेर शरीफ दरगाह पर दस बार चादर पेश की है. यह 11वीं बार होगा जब उन्होंने इस परंपरा में हिस्सा लिया है. पिछले वर्ष 812वें उर्स के दौरान प्रधानमंत्री की ओर से तत्कालीन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और जमाल सिद्दीकी तथा मुस्लिम समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल ने दरगाह पर चादर चढ़ाई थी.