मुंबई
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक ‘‘अत्यधिक कट्टरपंथी’’ इस्लामिक स्टेट (आईएस) मॉड्यूल से जुड़े आतंकी वित्त पोषण की जांच के तहत बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र, दिल्ली, कोलकाता और उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर छापेमारी की। अधिकारियों ने बताया कि इस कार्रवाई के दौरान लगभग 40 स्थानों पर तलाशी ली गई।
महाराष्ट्र में छापेमारी ठाणे जिले के पडघा-बोरीवली क्षेत्र (मुंबई के पास) और रत्नागिरी जिले में की गई, जहां ईडी दलों को राज्य के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने सुरक्षा प्रदान की। अन्य राज्यों में केंद्रीय सुरक्षा बलों ने इस कार्रवाई के दौरान सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाली।
ईडी ने यह मामला धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया है। अधिकारियों के अनुसार यह कार्रवाई राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के उस आरोप-पत्र के आधार पर की गई है, जिसमें कहा गया है कि कुछ लोग आईएस के अत्यधिक कट्टरपंथी मॉड्यूल से जुड़े थे। इन व्यक्तियों पर आरोप है कि वे संगठन के लिए भर्ती, प्रशिक्षण, हथियार और विस्फोटक जुटाने के साथ-साथ अपनी गतिविधियों को जारी रखने के लिए धन एकत्र करने में संलग्न थे।
अधिकारियों ने बताया कि ईडी ने मुंबई एटीएस की खुफिया जानकारी को भी ध्यान में रखा। इसमें कहा गया कि खैर (कैथ) लकड़ी की अवैध तस्करी गिरोह द्वारा ‘‘अपराध से अर्जित आय’’ का इस्तेमाल चरमपंथी गतिविधियों के लिए किया जा रहा था।ईडी अधिकारियों के अनुसार यह छापेमारी आतंकवाद और कट्टरपंथ के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है और इसमें जुटाए गए सबूतों का इस्तेमाल आगे की जांच और आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई में किया जाएगा।