तूतीकोरिन (तमिलनाडु
तूतीकोरिन के शहरी इलाकों में बीते कुछ हफ्तों से हो रही लगातार बारिश के कारण कई जगहों पर भारी जलभराव हो गया है। खाली पड़े आवासीय प्लॉट्स में बड़ी मात्रा में बारिश का पानी जमा होने से स्थानीय लोगों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
शहर के मध्य स्थित श्मशान घाट के चारों ओर पानी भर जाने से अंतिम संस्कार और दफन प्रक्रिया में भारी दिक्कतें आ रही हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यदि स्थिति लंबे समय तक बनी रही तो सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं। लोगों ने संबंधित विभागों से तुरंत जल निकासी कराने और श्मशान घाटों में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है।
जिले के कई हिस्सों में जलभराव के दृश्य हालिया बारिश से हुई तबाही और आम जनजीवन पर पड़े उसके प्रभाव को उजागर करते हैं।
हालांकि, दूसरी ओर भारी बारिश के कारण तूतीकोरिन के नमक के पैन (सॉल्ट पैन) जलाशयों जैसे दिखाई देने लगे हैं। इससे क्षेत्र में जल पक्षियों की कई प्रजातियां पहुंच गई हैं। छोटे मछलियों, कीटों और अन्य जलीय जीवों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। नमक के पैन में बड़ी संख्या में पक्षियों का भोजन तलाशते दिखना एक दुर्लभ दृश्य माना जा रहा है।
पक्षियों के झुंड नमक के पैन में उतरकर सक्रिय रूप से भोजन खोजते नजर आए, जिससे मनमोहक दृश्य बने और प्रकृति प्रेमी मंत्रमुग्ध हो गए।
बीते कुछ दिनों से जिले में रोसी स्टारलिंग पक्षियों के बड़े-बड़े झुंड भी आसमान में आकर्षक आकृतियां बनाते हुए उड़ते दिख रहे हैं। पक्षी विशेषज्ञों के अनुसार, ये पक्षी सर्दियों के दौरान उत्तर-पश्चिम एशिया और पूर्वी यूरोप से दक्षिणी जिलों में प्रवास करते हैं।
हाल के दिनों और आज के दृश्यों के बीच का यह विरोधाभास इस क्षेत्र में हुई अभूतपूर्व वर्षा को दर्शाता है, खासकर उस इलाके में जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है।






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