इस्लामाबाद
अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने देशभर में इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगाए जाने की खबरों को खारिज किया है। बुधवार को जारी एक संक्षिप्त बयान में तालिबान ने कहा कि देशभर में इंटरनेट बंद किए जाने की खबरें गलत और भ्रामक हैं। इंटरनेट सेवाओं में आ रही बाधा के पीछे कारण पुराने फाइबर ऑप्टिक केबल का खराब होना है, जिन्हें बदला जा रहा है।
यह बयान उस समय सामने आया है जब हाल ही में देश के कई हिस्सों में संचार सेवाएं ठप हो गई थीं, जिससे बैंकिंग, व्यापार और विमानन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर असर पड़ा था।
गौरतलब है कि सितंबर में अफगानिस्तान के कई प्रांतों में इंटरनेट सेवा बाधित होने की पुष्टि हुई थी। उस समय यह कहा गया था कि तालिबान सुप्रीम लीडर हिबतुल्लाह अखुंदजादा के आदेश पर "अनैतिकता से निपटने" के उद्देश्य से इंटरनेट बंद किया गया।
हालांकि, बुधवार को तालिबान अधिकारियों ने पाकिस्तानी पत्रकारों के साथ एक चैट ग्रुप में तीन पंक्तियों का एक बयान साझा करते हुए कहा,"यह अफवाह फैलाई जा रही है कि हमने इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया है।"
अधिकारियों के अनुसार, वर्तमान में देश के कुछ हिस्सों में फाइबर नेटवर्क को अपग्रेड किया जा रहा है, जिससे अस्थायी रूप से नेटवर्क सेवा बाधित हो रही है।विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही तकनीकी कारणों से इंटरनेट बाधित हुआ हो, लेकिन तालिबान का रिकॉर्ड देखते हुए यह आशंका बनी हुई है कि सूचना और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगाने के उद्देश्य से भी संचार सेवाओं को प्रभावित किया जा सकता है।
फिलहाल तालिबान की ओर से यह पहला आधिकारिक स्पष्टीकरण है, जिसमें देशभर में इंटरनेट प्रतिबंध की बात से इनकार किया गया है।