Sikkim Governor and Chief Minister greeted the people on the 211th birth anniversary of Bhanubhakta Acharya
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
सिक्किम के राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर और मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने राज्यवासियों को आदिकवि भानुभक्त आचार्य की 211वीं जयंती के मौके पर बधाई दी.
राज्यपाल माथुर ने अपने संदेश में कहा, “भानु जयंती पूरे राज्य और देश के अन्य हिस्सों में उल्लास और खुशी के साथ ज्ञान और एकता के प्रतीक रूप में मनाई जाती है.
उन्होंने कहा कि भानुभक्त आचार्य एक विलक्षण विद्वान थे, जिन्होंने साहित्य की दुनिया में अपार योगदान दिया। उन्होंने कहा कि संस्कृत से नेपाली में रामायण का अनुवाद कर उन्होंने नेपाली भाषा और साहित्य के विकास में अहम भूमिका निभाई, जिसके लिए उन्हें ‘आदिकवि’ की उपाधि दी गई.
राज्यपाल ने कहा, “इस अवसर पर आइए हम आदिकवि भानुभक्त आचार्य को श्रद्धांजलि अर्पित करें और इस महान भाषा, साहित्य एवं परंपरा के संरक्षण और विकास के लिए अपने प्रयासों को फिर से संकल्पित करें.”
माथुर ने खास तौर पर सिक्किम के युवाओं से अपील की कि वे अपने विद्वत् प्रयासों में भानुभक्त आचार्य के महान योगदान को स्मरण में रखें.
उन्होंने नेपाली भाषी भारतीय समुदाय को भी बधाई दी. मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने अपने संदेश में कहा कि 13 जुलाई को मनाई जाने वाली भानु जयंती आदिकवि भानुभक्त आचार्य की जयंती है, जिनकी साहित्यिक प्रतिभा और सांस्कृतिक दृष्टि ने नेपाली साहित्य को अमिट छाप दी.
उन्होंने कहा कि भानुभक्त की रचनाएं केवल साहित्यिक नहीं थीं, बल्कि उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक गौरव को भी प्रेरित किया, जो आज भी प्रासंगिक है.