छत्रपति संभाजीनगर
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ प्रचारक और संगठन से छह दशकों से जुड़े रहे माधव विनायक कुलकर्णी, जिन्हें संघ परिवार में प्रेम से मधुभाई कहा जाता था, का गुरुवार को छत्रपति संभाजीनगर में निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे।
संघ सूत्रों ने बताया कि कुलकर्णी का निधन दोपहर साढ़े 12 बजे हुआ। वह पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे और हाल ही में उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसी दौरान आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत ने अस्पताल जाकर उनसे मुलाकात की थी।
15 मई 1938 को महाराष्ट्र के कोल्हापुर में जन्मे कुलकर्णी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कर्नाटक के बेलगाम जिले के चिकोडी में प्राप्त की और बाद में कोल्हापुर विश्वविद्यालय से मैट्रिक की पढ़ाई पूरी की। शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने स्वयं को पूर्णकालिक रूप से संघ कार्य के लिए समर्पित कर दिया।
मधुभाई कुलकर्णी ने अपने लंबे संगठनात्मक जीवन में विभिन्न दायित्व निभाए और महाराष्ट्र तथा कर्नाटक में आरएसएस के विस्तार और वैचारिक प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वह अपने सरल स्वभाव, अनुशासन और संघ की मूल भावना के प्रति अटूट निष्ठा के लिए कार्यकर्ताओं के बीच अत्यंत लोकप्रिय थे।
संघ परिवार और सामाजिक जीवन में कुलकर्णी का योगदान हमेशा याद किया जाएगा। उनके निधन से संगठन ने एक ऐसे वरिष्ठ मार्गदर्शक को खो दिया है, जिन्होंने निष्ठा, परिश्रम और सेवा भाव को अपने जीवन का ध्येय बनाया था।