प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)
भारत सरकार के वरिष्ठ उप चुनाव आयुक्त मनीष गर्ग ने शुक्रवार को प्रयागराज शहर में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन – SIR) अभियान का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन और निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठक कर मतदाता सूची पुनरीक्षण की प्रगति की समीक्षा की।
निरीक्षण के बाद मनीष गर्ग ने बताया कि एसआईआर से जुड़ा अधिकांश कार्य लगभग पूरा हो चुका है और जहां कहीं भी कमियां शेष हैं, उन्हें समय रहते पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “यहां एसआईआर से संबंधित निरीक्षण किया गया है। काम लगभग पूरा है। मैंने जिलाधिकारी और सभी निर्वाचक पंजीकरण अधिकारियों (ईआरओ) के साथ बैठक की और उन्हें निर्देश दिए हैं कि वे हर स्तर पर पुनः सत्यापन करें और यदि कोई कमी हो तो उसे समय पर पूरा करें।”
चुनाव आयोग के अनुसार, उत्तर प्रदेश को एसआईआर प्रक्रिया के लिए 15 दिनों का अतिरिक्त समय दिया गया है। राज्य में गणना अवधि 26 दिसंबर तक चलेगी, जबकि ड्राफ्ट मतदाता सूची 31 दिसंबर को प्रकाशित की जाएगी।
इससे पहले मंगलवार को चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में एसआईआर के बाद ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी की थी। इसमें कुल 7.66 करोड़ मतदाताओं में से 58.20 लाख नाम मृत्यु, स्थायी पलायन या मतदाता का पता न चल पाने के कारण हटाए गए, जो कुल मतदाताओं का लगभग 7.59 प्रतिशत है।
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि दावे और आपत्तियों की अवधि 16 दिसंबर से 15 जनवरी 2026 तक रहेगी। इस दौरान पात्र मतदाताओं के नाम दोबारा मतदाता सूची में जोड़े जा सकते हैं।
पश्चिम बंगाल के साथ-साथ राजस्थान, गोवा, पुडुचेरी और लक्षद्वीप की ड्राफ्ट मतदाता सूचियां भी जारी की जा चुकी हैं। वहीं तमिलनाडु और गुजरात की ड्राफ्ट सूची 19 दिसंबर को प्रकाशित होगी। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ तथा अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में गणना प्रक्रिया 18 दिसंबर को समाप्त हो चुकी है और वहां ड्राफ्ट सूची 23 दिसंबर को जारी की जाएगी।
संशोधित कार्यक्रम के अनुसार, अंतिम मतदाता सूची अब 21 फरवरी 2026 को प्रकाशित की जाएगी, जो पहले 14 फरवरी निर्धारित थी।