Restoration of roads and electricity in affected areas of Uttarakhand is a priority: Dhami
देहरादून
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को कहा कि राज्य में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं बाद उनकी सरकार की प्राथमिकता क्षतिग्रस्त सड़कों और बिजली लाइनों की शीघ्र बहाली तथा ढांचे की मरम्मत है, क्योंकि पुनर्वास कार्यों में तेजी लाई जा रही है।
मंगलवार को राजधानी देहरादून समेत राज्य के कई हिस्सों में बादल फटने और भारी वर्षा के चलते तबाही मच गई थी। उफनती नदियों ने इमारतों, सड़कों और पुलों को बहा दिया, जिससे 15 लोगों की मौत हो गई, 16 लोग लापता हो गए और राज्य के विभिन्न हिस्सों में करीब 900 लोग फंसे रह गए।
धामी ने कहा “हमारा प्रयास है कि क्षतिग्रस्त ढांचे की मरम्मत की जाए और सड़क व बिजली संपर्क को जल्द से जल्द बहाल किया जाए।’’
उन्होंने यह भी बताया कि क्षतिग्रस्त हुईं 85 प्रतिशत विद्युत लाइनों की बहाली कर दी गई है, शेष कार्य भी एक-दो दिनों में पूरा कर लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैंने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के महानिदेशक से बात की है। नरेन्द्र नगर-टिहरी मार्ग की मरम्मत भी जल्द की जाएगी।”
उन्होंने यह भी बताया कि अब तक लगभग 1,000 फंसे हुए लोगों को बचाया जा चुका है।
आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि आपदा में 10 से अधिक सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें से कम से कम पांच तो पूरी तरह से बह गए हैं।
उन्होंने बताया कि सबसे अधिक नुकसान सहस्रधारा, प्रेमनगर, मसूरी, नरेन्द्र नगर, पौड़ी, पिथौरागढ़ और नैनीताल क्षेत्रों में हुआ है।