‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘विजन 2047’
इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने ‘भारतीय सशस्त्र बल विजन 2047’ नामक एक दस्तावेज भी जारी किया, जिसका उद्देश्य भविष्य के लिए एक तैयार और आधुनिक सशस्त्र बल का निर्माण करना है। एक रक्षा अधिकारी के अनुसार, 'ऑपरेशन सिंदूर' नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के भीतर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने के लिए चलाया गया था। इस अभियान ने तीनों सेनाओं की सटीक, पेशेवर और समन्वित प्रतिक्रिया का बेहतरीन उदाहरण पेश किया।
सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और सशस्त्र बलों के तीनों प्रमुखों ने भी भाग लिया।
सम्मेलन का उद्देश्य और एजेंडा
रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, सम्मेलन में सैन्य आधुनिकीकरण, संयुक्तता, एकीकरण और बहु-क्षेत्रीय युद्ध के लिए परिचालन तैयारियों को बढ़ाने सहित कई रणनीतिक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। यह द्विवार्षिक सम्मेलन देश के शीर्ष नागरिक और सैन्य नेतृत्व के बीच विचारों के आदान-प्रदान का एक महत्वपूर्ण मंच है।
यह इस वर्ष का 16वां सम्मेलन है, जिसका विषय ‘सुधारों का वर्ष - भविष्य के लिए परिवर्तन’ है। इसका मुख्य ध्यान संस्थागत सुधारों, गहन एकीकरण, तकनीकी आधुनिकीकरण और उच्च-स्तरीय अभियानगत तैयारियों को बनाए रखने पर केंद्रित है।
प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन सत्र में लगभग चार घंटे बिताए। पिछले पाँच महीनों में उनका यह चौथा और एक महीने के भीतर दूसरा बंगाल दौरा था। कोलकाता में रात रुकने के बाद, प्रधानमंत्री सोमवार सुबह राजभवन से विजय दुर्ग पहुँचे और दोपहर में बिहार के पूर्णिया के लिए रवाना हो गए। पिछला संयुक्त कमांडर सम्मेलन 2023 में भोपाल में आयोजित हुआ था।