जोहानिसबर्ग
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को दक्षिण अफ्रीका में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान दुनिया के कई शीर्ष नेताओं से मुलाकात की और वैश्विक स्तर पर विकास, स्थिरता और मानव कल्याण को आगे बढ़ाने के साझा संकल्प को दोहराया। उन्होंने ब्रिटेन, मलेशिया, फ्रांस, दक्षिण कोरिया, ब्राज़ील, संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशों के नेताओं के साथ विभिन्न मुद्दों पर सार्थक चर्चा की।
मोदी ने ‘एक्स’ पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर से मुलाकात को “बहुत अच्छा” बताते हुए कहा कि भारत-ब्रिटेन साझेदारी में इस वर्ष नई ऊर्जा आई है और दोनों राष्ट्र कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाते रहेंगे। मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम के साथ बातचीत को उन्होंने “उत्पादक” बताया और कहा कि दोनों देश बहुआयामी संबंधों को और गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात को प्रधानमंत्री ने “खुशनुमा” बताया और कहा कि भारत-फ्रांस संबंध वैश्विक कल्याण के लिए एक मज़बूत ताकत बने हुए हैं। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्युंग से यह वर्ष उनकी दूसरी मुलाकात थी जिसमें दोनों नेताओं ने आर्थिक और निवेश साझेदारी को आगे बढ़ाने पर विचार साझा किए।
ब्राज़ील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा से मुलाकात के बाद मोदी ने कहा कि भारत और ब्राज़ील अपने लोगों के हित में व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने का प्रयास जारी रखेंगे। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के साथ भी मोदी की बातचीत “बहुत सार्थक” रही।
शिखर सम्मेलन के मुख्य सत्र से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी समेत कई अन्य नेताओं से भी मुलाकात की। उन्होंने नेताओं के साथ साझा की गई समूह फोटो पर लिखा—“हम वैश्विक प्रगति और समृद्धि के लिए अपनी सामूहिक प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं।”
मोदी ने अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ लौरेंको, सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग, वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ और इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि इन देशों के साथ भारत के संबंध व्यापार, प्रौद्योगिकी, कौशल विकास और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्रों में निरंतर मजबूत हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने सिएरा लियोन के राष्ट्रपति जूलियस माडा बायो और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस घेब्रेयेसस से भी बातचीत की। टेड्रोस के बारे में उन्होंने कहा—“तुलसी भाई से मिलना हमेशा आनंददायक होता है। भारत स्वस्थ विश्व के निर्माण में अपना योगदान देता रहेगा।”
सम्मेलन स्थल पर पहुँचने पर मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा को गर्मजोशी से स्वागत और सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने वैश्विक विकास मानदंडों में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया और मादक पदार्थ–आतंकवाद नेटवर्क से मुकाबले के लिए जी-20 पहल सहित एक वैश्विक स्वास्थ्य सेवा प्रतिक्रिया दल बनाने का प्रस्ताव रखा।






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