मदीना (सऊदी अरब)
मदीना बस हादसे में शहीद हुए तीर्थयात्रियों की अंतिम संस्कार क्रिया 22 नवंबर को मदीना में संपन्न हुई। इस अवसर पर आंध्र प्रदेश गवर्नर न्यायमूर्ति S. अब्दुल नजीर, भारत के राजदूत डॉ. सुहेल खान और कांसुल जनरल फहद सूरी मौजूद थे। मृतकों का दाह संस्कार जन्नतुल बकी के पवित्र कब्रिस्तान में किया गया।
भारतीय दूतावास ने X (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी देते हुए कहा कि गवर्नर नजीर ने मदीना के कार्यवाहक गवर्नर अब्दुलमोहन बिन नाईफ बिन हुमैद से मुलाकात की और प्रिंस सलमान बिन सुल्तान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल सऊद, गवर्नर ऑफ मदीना से टेलीफोन पर बात की। सऊदी अधिकारियों ने गहरे संवेदना व्यक्त की और पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
हादसे में 54 तीर्थयात्री शामिल थे, जो 9 नवंबर को हाइड्राबाद से उमरा यात्रा के लिए जेद्दा गए थे। मक्का से मदीना जा रही बस लगभग 25 किमी पहले तेल टैंकर से टकरा गई, जिससे वाहन में आग लग गई। इस दुर्घटना में 46 यात्री बस में थे, जिनमें से 45 की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। केवल Md. Abdul Shoaib बच गए।
गवर्नर नजीर के साथ इस यात्रा में स्पेशल चीफ सेक्रेटरी G. अनंता रामु, सचिव (CPV & OIA) अरुण कुमार चटर्जी और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। भारतीय पक्ष ने सऊदी नेतृत्व और संबंधित अधिकारियों के सहयोग के लिए धन्यवाद व्यक्त किया।
यह हादसा उमरा यात्रा के दौरान एक बड़ी त्रासदी के रूप में सामने आया, जिसने तीर्थयात्रियों के परिजनों और भारतवासियों को गहरे शोक में डाल दिया।