नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एफआईएच पुरुष जूनियर हॉकी विश्व कप 2025 में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम को बधाई दी है। गुरुवार को जारी अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह विजय न केवल भारतीय खेलों के बढ़ते मानकों को दर्शाती है, बल्कि देश के युवाओं की प्रतिभा, जुनून और निरंतर मेहनत का भी प्रमाण है।
मोदी ने कहा कि भारतीय पुरुष जूनियर टीम ने इस प्रतिष्ठित विश्व कप में देश का पहला कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने खिलाड़ियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि युवा टीम ने दबाव के क्षणों में असाधारण खेल दिखाया, जो देशभर के उभरते खिलाड़ियों को नई प्रेरणा देगा।
उन्होंने लिखा, “एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप 2025 में इतिहास रचने पर हमारी युवा और ऊर्जावान टीम को हार्दिक बधाई। यह उपलब्धि लाखों भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है और हमारे खेलों की क्षमता को विश्व पटल पर स्थापित करती है।”
टूर्नामेंट के कांस्य पदक मुकाबले में भारत ने बुधवार को चेन्नई में अर्जेंटीना को 4-2 से हराया। शुरुआती मिनटों से ही भारतीय टीम ने आक्रामक रणनीति अपनाई और निर्णायक मौकों पर बेहतरीन तालमेल दिखाते हुए बढ़त हासिल की। फॉरवर्ड लाइन के तेज आक्रमण और मिडफील्ड की मजबूत पकड़ ने मुकाबले को भारत के पक्ष में मोड़ दिया।
भारत की इस उपलब्धि को हॉकी जगत में बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि जूनियर स्तर पर ऐसी सफलता आने वाले वर्षों में सीनियर टीम की क्षमता और पूल को मजबूत करती है। हॉकी विशेषज्ञों के अनुसार, टीम का यह प्रदर्शन भारत में ग्रासरूट हॉकी संरचना की सफलता का संकेत है, खासतौर पर दक्षिण भारतीय शहरों में बढ़ते प्रशिक्षण ढांचे का प्रभाव भी स्पष्ट दिखाई देता है।
प्रधानमंत्री की बधाई के बाद खेल मंत्रालय, हॉकी इंडिया और कई पूर्व खिलाड़ियों ने भी टीम को शुभकामनाएँ दीं और इसे भारतीय हॉकी के लिए नया मील का पत्थर बताया।