जम्मू
पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन ने सोमवार को कहा कि पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए बर्बर आतंकी हमले ने कश्मीरियों को झकझोर कर रख दिया है और अब लोग हिंसा को बिल्कुल भी सहन नहीं करेंगे.
22 अप्रैल को हुए इस आतंकी हमले की निंदा करते हुए जम्मू-कश्मीर विधानसभा द्वारा पारित प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देते हुए लोन ने कहा कि लोगों को दंडात्मक कार्रवाई से पीछे नहीं धकेला जाना चाहिए, बल्कि उन्हें सकारात्मक रूप से जोड़ा जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में हजारों लोग पर्यटन पर निर्भर हैं और इस तरह के हमले पूरे एक पीढ़ी की रोजी-रोटी पर हमला करने जैसा है.सज्जाद लोन ने कहा, "हम अपने देश के आभारी हैं कि 35 वर्षों बाद हमारे मेहमानों पर हुए हमले की इतनी स्पष्ट निंदा हुई है."
उन्होंने आगे कहा, "राजनीति से ऊपर उठकर, मैं कहना चाहता हूं कि कश्मीरी समाज में कभी हिंसा को कुछ हद तक सामाजिक स्वीकार्यता मिली थी, लेकिन अब यह बदल रहा है। हिंसा को वैध मानने वालों की संख्या लगातार घटती जा रही है."
पूर्व मंत्री सज्जाद लोन के पिता और हुर्रियत नेता अब्दुल गनी लोन भी आतंकवादियों की गोली का शिकार हो चुके हैं.सज्जाद लोन ने कहा कि पहलगाम की घटना ने कश्मीरी समाज में बड़ा बदलाव ला दिया है.
उन्होंने कहा, "आज हर गली-मोहल्ले से लोग हिंसा के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. कश्मीरी अब हिंसा को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं. यह हिंसा की सामाजिक स्वीकार्यता के अंत की शुरुआत है."