Parliament Live: संसद में गरमाया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विवाद, केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने गौरव गोगोई को घेरा

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 28-07-2025
Discussion on Operation Sindoor begins in Lok Sabha; Rajnath initiates debate
Discussion on Operation Sindoor begins in Lok Sabha; Rajnath initiates debate

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली 
 
5:30 Pm
 
लोकसभा में शुक्रवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर हुई चर्चा के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जमकर जुबानी जंग देखने को मिली। केंद्रीय पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने कांग्रेस नेता गौरव गोगोई के भाषण पर तीखी प्रतिक्रिया दी और उन्हें सशस्त्र बलों की अनदेखी के लिए आड़े हाथों लिया.

ललन सिंह ने सदन में बोलते हुए कहा, “मैंने गौरव गोगोई का भाषण सुना। मुझे लगा था कि वे पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं और कुछ ठोस बात कहेंगे। लेकिन अफसोस, उन्होंने एक भी उपयोगी शब्द नहीं कहा. उन्होंने गोगोई पर सशस्त्र बलों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपने पूरे भाषण में एक बार भी भारतीय सेना की तारीफ नहीं की, जबकि ऑपरेशन सिंदूर जैसे कठिन सैन्य अभियान में सेना ने अद्वितीय साहस और रणनीति का प्रदर्शन किया.
 
 
4:00 Pm
 
Parliament Live:  सरकार बताए कि ऑपरेशन सिंदूर क्यों रोका गया, गृह मंत्री सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी लें: गोगोई
 


लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने सोमवार को कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ क्यों रोका गया था और पहलगाम में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या करने वाले आतंकवादी अब तक गिरफ्त से बाहर क्यों हैं.

निचले सदन में ‘पहलगाम में आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के मजबूत, सफल एवं निर्णायक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विशेष चर्चा’ में भाग लेते हुए कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि पहलगाम आतंकी हमले में सुरक्षा चूक की नैतिक जिम्मेदारी गृह मंत्री अमित शाह को लेनी चाहिए. उन्होंने कुछ सैन्य अधिकारियों के बयानों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह जानकारी दी जानी चाहिए कि पाकिस्तान के साथ सैन्य टकराव में कितने विमान गिरे क्योंकि यह जानकारी सिर्फ जनता नहीं, बल्कि जवानों के लिए भी जरूरी है. कांग्रेस नेता ने सदन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के वक्तव्य का उल्लेख करते हुए दावा किया कि सिंह ने कई सच्चाई सामने नहीं रखीं.
 
गोगोई ने कहा, ‘‘हाल ही में जो युद्ध हुआ तो वो सूचना का युद्ध था. हम दुनिया को सच्चाई की सूचना देना चाहते थे। लेकिन कुछ ताकतें झूठ फैला रही थीं। इस चर्चा का मकसद है कि सच्चाई सदन में आनी चाहिए.’’उन्होंने कहा, ‘‘राजनाथ सिंह जी ने बहुत सी सूचनाएं दी, लेकिन रक्षा मंत्री होने के नाते यह नहीं बताया कि पहलगाम में आतंकी कैसे आ गए? आतंकवादियों ने कैसे वहां पहुंचकर लोगों की हत्या की?’’ उनका कहना था, ‘‘विपक्ष का कर्तव्य है कि हम देशहित में सवाल पूछें। देश यह जानना चाहता है कि पांच आतंकवादी कैसे घुसे? उन आतंकवादियों का मकसद जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को तबाह करना और देश में सांप्रदायिक वातावरण को पैदा करना था. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘100 दिन बीत गए, लेकिन पांच आतंकियों को पकड़ा नहीं जा सका. ऐसा क्यों हैं? यह देश जानना चाहता है.
 
 
3:00 PM
 
Parliament Live: ऑपरेशन सिंदूर पर राजनाथ सिंह का धुआंधार भाषण कहा , जरूरत पड़ी तो घर में घुसकर मारेंगे
 

ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में बहस के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "पहलगाम हमले के तुरंत बाद, हमारे सशस्त्र बलों ने कार्रवाई की और नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक निशाना साधा, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी, उनके प्रशिक्षक और संचालक मारे गए."
 
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा पार करना या वहां की Territory capture करना इस Operation का उद्देश्य नहीं था. Operation Sindoor शुरू करने का मकसद था, उन terror nurseries को खत्म करना, जिन्हें पाकिस्तान ने बरसों से पाला पोसा हुआ था
 
ऑपरेशन सिंदूर क्यों शुरू किया गया, इसकी जानकारी पहले भी दी गई है और आज भी मैंने सदन को दी है. अध्यक्ष महोदय, विपक्ष के कुछ लोग पूछते रहे हैं कि हमारे कितने विमान गिरे? मुझे लगता है उनका यह प्रश्न, हमारी राष्ट्रीय जनभावनाओं का सही से प्रतिनिधित्व नहीं कर पा रहा है. उन्होंने एक बार भी हमसे यह नही पूछा कि हमारी सेनाओं ने दुश्मन के कितने विमान मार गिराए? यदि उन्हें प्रश्न पूछना ही है,तो उनका प्रश्न यह होना चाहिए कि क्या भारत ने आतंकवादी ठिकानों को तबाह किया, तो उसका उत्तर है.
 

2:10 PM
 
Parliament Live: लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू, राजनाथ ने की बहस की शुरुआत
 

 
संसद में एक हफ़्ते के व्यवधान के बाद, सोमवार से पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर बहस शुरू होने वाली है। सत्तारूढ़ भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और विपक्ष, दोनों ही लोकसभा और राज्यसभा में इस चर्चा के लिए वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारेंगे।
 
सिंह ने कहा कि इस ऑपरेशन का उद्देश्य पाकिस्तान के साथ युद्ध छेड़ना या उसके क्षेत्र पर कब्ज़ा करना नहीं था, बल्कि उसके छद्म युद्ध का मुँहतोड़ जवाब देना था जो एक निवारक के रूप में काम करेगा।
 
उन्होंने पाकिस्तान के अंदर नौ आतंकवादी प्रशिक्षण केंद्रों को निशाना बनाकर किए गए भारतीय सैन्य अभियान और 22 मिनट के अभियान में कम से कम 100 आतंकवादियों को मार गिराने का विवरण दिया। यह लेख लिखे जाने तक उनका भाषण जारी है.
 
रक्षा मंत्री का समर्थन विदेश मंत्री एस. जयशंकर, भाजपा उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा और पार्टी सांसद तेजस्वी सूर्या, संजय जायसवाल, अनुराग ठाकुर और कमलजीत सहरावत करेंगे। 
 
1:05 PM ऑपरेशन सिंदूर पर निर्धारित बहस के बीच विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा और राज्यसभा स्थगित  
 
 
 
चुनावी राज्य बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और अन्य सार्वजनिक महत्व के मुद्दों पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही सोमवार को दूसरी बार स्थगित कर दी गई। लोकसभा की बैठक दोपहर 1 बजे होगी, जबकि राज्यसभा की बैठक दोपहर 2 बजे होगी।
 
उच्च सदन की बैठक आज सुबह 11 बजे संक्षिप्त रूप से हुई, लेकिन विपक्ष की नारेबाजी के बीच स्थगित कर दी गई। इसी तरह निचले सदन में भी विपक्षी सांसदों ने बिहार एसआईआर के खिलाफ नारेबाजी की। इससे पहले, दोनों सदन दोपहर 12 बजे संक्षिप्त रूप से शुरू हुए, लेकिन विरोध के बीच स्थगित कर दिए गए।
 
राज्यसभा की अध्यक्षता कर रहे सांसद घनश्याम तिवारी ने विपक्षी सदस्यों से सदन में शालीनता बनाए रखने और सदस्यों को सरकार से पूछे जा रहे प्रश्नों का उत्तर देने का मौका देने का आग्रह किया। इसी तरह, केंद्रीय मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने भी प्रश्नकाल में भाग न लेने देने पर विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, "उन्होंने अभी तक प्रश्न ही नहीं पूछा है, मैं जवाब कैसे दूँगा? एक बार वे प्रश्न पूछ लें, तो मैं जवाब दे सकता हूँ।"
 
इस बीच, ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू होने से पहले विपक्षी सांसदों द्वारा लोकसभा में नारेबाजी जारी रहने के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 1 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, "पहले आप ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की माँग करते हैं, फिर सदन में वेल में आते हैं। अगर आप चर्चा में भाग लेना चाहते हैं, तो कृपया अपनी सीटों पर बैठ जाएँ। क्या आप ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा चाहते हैं या नहीं?...क्या मुझे सदन स्थगित कर देना चाहिए?"
 
लोकसभा में भी ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होनी है, जिसमें सत्तारूढ़ गठबंधन और विपक्ष के शीर्ष नेता भाग लेंगे। लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर 16 घंटे चलने वाली चर्चा से पहले, केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष से पाकिस्तान की भाषा न बोलने की अपील की है।
 
उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों के सम्मान को बनाए रखने और सचेत रहने की आवश्यकता है। रिजिजू ने एएनआई से कहा, "मैं विपक्ष, खासकर कांग्रेस से अनुरोध करता हूँ कि वे भारत के हितों को नुकसान पहुँचाने वाला कोई काम न करें और पाकिस्तान की भाषा न बोलें। हमें सचेत रहना होगा। हमें भारतीय सशस्त्र बलों का सम्मान बनाए रखना होगा।"
 
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 नागरिक मारे गए थे, जिसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ढाँचों को निशाना बनाकर सटीक हमले किए।
 
21 जुलाई को मानसून सत्र शुरू होने के बाद से ही, विपक्ष द्वारा सार्वजनिक महत्व के मुद्दों पर बहस कराने की माँगों को लेकर हंगामे के कारण संसद की कार्यवाही लगातार स्थगित होती रही है, जिसमें पहलगाम आतंकवादी हमला और आगामी विधानसभा चुनावों से पहले बिहार में चुनाव आयोग द्वारा की जा रही एसआईआर प्रक्रिया शामिल है। (एएनआई)