नयी दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नौसेना दिवस के अवसर पर भारतीय नौसेना के सभी अधिकारियों और जवानों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारतीय नौसेना “अदम्य साहस और अटूट संकल्प” की प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह बल न केवल देश के तटों की सुरक्षा करता है, बल्कि भारत के समुद्री हितों की रक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा कि पिछले वर्षों में नौसेना ने आत्मनिर्भरता और आधुनिकीकरण पर जो ध्यान केंद्रित किया है, उससे देश की संपूर्ण सुरक्षा व्यवस्था और अधिक मजबूत हुई है। उन्होंने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में नौसेना द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ को याद करते हुए कहा कि नौसेना दिवस हमें उस ऐतिहासिक साहस और रणनीति का स्मरण कराता है, जब भारतीय नौसेना की मिसाइल बोट्स ने कराची बंदरगाह पर निर्णायक हमला किया था।
मोदी ने इस वर्ष दिवाली के दौरान आईएनएस विक्रांत पर नौसेना कर्मियों के साथ बिताए गए समय का उल्लेख करते हुए कहा कि यह अनुभव हमेशा उनके हृदय में रहेगा। उन्होंने नौसेना के आने वाले अभियानों और प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं।
इसी बीच, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने भी नौसेना दिवस पर बल को बधाई दी और कहा कि नौसेना “कर्तव्य, सम्मान और साहस” के साथ राष्ट्र की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आश्वस्त किया कि भारतीय नौसेना युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय, एकजुट और भविष्य के लिए आत्मनिर्भर बल के रूप में आगे भी मजबूती से खड़ी रहेगी।






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