Nature and wildlife conservation an integral part of Uttarakhand's culture: Chief Minister Dhami
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
प्रकृति और वन्यजीव संरक्षण को उत्तराखंड की संस्कृति का अभिन्न अंग बताते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को कहा कि हमारे पूर्वजों ने मानव और प्रकृति के सहअस्तित्व की जो विचारधारा दी, वह आज भी हमारी जीवनशैली का आधार है।
नैनीताल जिले के रामनगर में उत्तराखंड स्थापना के रजत जयंती उत्सव के तहत आयोजित 'जन वन महोत्सव' का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महोत्सव जनता और जंगलों के बीच अटूट रिश्ते का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि यह रिश्ता हमें सिखाता है कि विकास तभी सार्थक है, जब पारिस्थितिकी और आर्थिकी के बीच सामंजस्य बना रहे।
उन्होंने कहा कि राज्य गठन के 25 वर्षों में प्रदेश ने प्रकृति, संस्कृति और विकास का संतुलन बनाए रखते हुए उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार पारिस्थितिकी, आर्थिकी और प्रौद्योगिकी के संतुलन पर कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि वन्य जीव संरक्षण के लिए प्रदेश में जीपीएस ट्रैकिंग, ड्रोन से निगरानी, श्वान दल जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है।