चंडीगढ़. पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन (सेवानिवृत्त) अमरिंदर सिंह ने बुधवार को कहा कि उनकी नई घोषित राजनीतिक पार्टी पंजाब की सभी 117 विधानसभा सीटों से आगामी चुनाव लड़ेगी.
यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कैप्टन ने दावा किया कि कई कांग्रेस कार्यकर्ता उनकी नई पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं. अमरिंदर ने कहा, ‘जब समय आएगा, तो हम सभी 117सीटों पर लड़ेंगे, चाहे हम समायोजन में लड़ें या अपने दम पर लड़ें, यह तो समय ही बताएगा... कांग्रेस के बहुत से कार्यकर्ता आ रहे हैं... हम एक उपयुक्त समय की प्रतीक्षा कर रहे हैं.’
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एक नया राजनीतिक दल शुरू करने की प्रक्रिया जारी है और चुनाव आयोग द्वारा पुष्टि किए जाने के बाद वह नाम और चुनाव चिन्ह का खुलासा करेंगे.
पूर्व सीएम ने कहा, ‘हां, मैं एक नई पार्टी बनाऊंगा. चुनाव आयोग की मंजूरी के बाद चुनाव चिन्ह के साथ नाम की घोषणा की जाएगी. मेरे वकील इस पर काम कर रहे हैं.’
अमरिंदर सिंह ने बुधवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पंजाब में अपनी 4.5साल की सरकार की उपलब्धियों का ब्योरा साझा किया.
इससे पहले, अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने ट्वीट्स की एक श्रृंखला के माध्यम से घोषणा की थी, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अपनी खुद की एक पार्टी लॉन्च करेंगे.
इससे पहले के ट्वीट्स में, सिंह ने यह भी दावा किया था कि अगर किसानों के हित में किसानों के विरोध के मुद्दों को हल किया जाता है, तो उनका नया राजनीतिक संगठन भाजपा के साथ भी गठबंधन कर सकता है.
सिंह ने पिछले महीने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और घोषणा की थी कि वह कांग्रेस के राज्य प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के साथ महीनों तक अनबन के बाद कांग्रेस छोड़ देंगे.
उन्होंने कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले इस्तीफा दे दिया था, जिसे राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस में अंतहीन गुटीय लड़ाई के बीच बुलाया गया था. सिंह को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा प्रतिस्थापित किया गया था.
पंजाब में 2022में विधानसभा चुनाव होने हैं. 2017के विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस ने राज्य में 77सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया था और 10साल बाद शिअद-भाजपा सरकार को बाहर कर दिया था.
आम आदमी पार्टी 117सदस्यीय पंजाब विधानसभा में 20सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है.
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) केवल 15 सीटें ही जीत सका जबकि भाजपा को 3 सीटें मिलीं.